अल्मोड़ा हादसा में दूल्हे के पिता-बहन-भाभी और भतीजे की दर्दनाक मौत, शादी की खुशियां बदलीं मातम में
Almora news : शनिवार 3 नवंबर की सुबह अल्मोड़ा जिले के नौगांव के पास हुए हृदयविदारक सड़क हादसे में दूल्हे के पिता, बहन, भाभी और भतीजे की हुई मौत के बाद इस परिवार में विवाह की खुशियां मातम में बदल गईं। बारात विदा होने के करीब एक घंटे बाद ही शहनाई की गूंज से मातमी सन्नाटे में बदले माहौल से दूल्हे के घर में कोहराम मचा हुआ है।
बता दें कि बागेश्वर जिले के ग्राम मटेला, काफलीगैर निवासी दिनेश उर्फ विक्की पुत्र जयंत सिंह की शुक्रवार 2 नवंबर को बारात बेरीनाग गई थी। शनिवार 3 नवंबर यानि आज सुबह करीब सवा 8 बजे हंसी खुशी बारात वापस लौट रही थी, लेकिन दूल्हे के घर पहुंचने से पहले ही सुबह करीब साढ़े 9 बजे बखरिया व जमराड़ी के बीच नौगांव के पास दूल्हे के बड़े भाई की ऑल्टो कार संख्या यूके 18H 6578 अनियंत्रित होकर करीब 200 मीटर गहराई में जाकर बिनसर नदी में जा गिरी।
इस दर्दनाक हादसे में दूल्हे के पिता जयंत सिंह पुत्र बच्चे सिंह (65 वर्ष) निवासी मटेला काफलीगैर, दूल्हे की भाभी अनीता (35 वर्ष) पत्नी मंगल सिंह, दूल्हे की बहन सीमा (36 वर्ष) पत्नी जगदीश भाकुनी, निवासी डोटियाल गांव, ताकुला तथा दूल्हे का भतीजा समर (10 वर्ष) पुत्र मंगल सिंह की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि कार चला रहा दूल्हे का बड़ा भाई मंगल सिंह (36 वर्ष) पुत्र जयंत सिंह निवासी मटेला, काफलीगैर, अक्षिता रौतेला (7 वर्ष) पुत्री मंगल सिंह, योगिता (8 वर्ष) पुत्री जगदीश सिंह, निवासी डोटियाल गांव ताकुला गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे की सूचना के बाद जिला प्रशासन से एसडीएम गोपाल सिंह चौहान, सीओ विमल प्रसाद, तहसीलदार कुलदीप पांडे, नायब तहसीलदार बालम सिंह, दन्या पुलिस, एसडीआरएफ मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने शवों व घायलों को खाई से बाहर निकाल कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, धौलछीना पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को हायर सेंटर रेफर कर दिया है। मृतकों का पीएचसी धौलछीना में ही पोस्टमार्टम कराया गया, जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए है।
ग्रामीणों के मुताबिक दूल्हा दिनेश उर्फ विक्की आर्मी में तैनात है, जबकि उसका भाई मंगल सिंह मर्चेंट नेवी में कार्यरत है। हादसे की वजह ऑल्टो कार चालक को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है। एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि हादसे की स्पष्ट वजह जांच के बाद ही सामने आ सकेगी।