Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

कैफे और बार में नहीं, स्मृति ईरानी के परिवार ने जमीन की खरीदारी में किया है निवेश; रिकॉर्ड में खुलासा

Janjwar Desk
2 Aug 2022 5:05 PM GMT
कैफे और बार में नहीं, स्मृति ईरानी के परिवार ने जमीन की खरीदारी में किया है निवेश; रिकॉर्ड में खुलासा
x
गोवा रेस्टोरेंट मामले में हालांकि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अदालत से राहत मिल गई है लेकिन अभी कुछ कारणों के चलते उनपर सवाल खड़े हो रहे हैं. इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक खास रिपोर्ट कई दावे किए हैं. देखिए

Smriti Irani: पिछले काफी दिनों से चल रहे गोवा रेस्टोरेंट-बार मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने कल टिप्पणी करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को राहत दी है. हाई कोर्ट ने कहा कि स्मृति ईरानी या उनकी बेटी जोश ईरानी उस रेस्टोरेंट की मालकिन नहीं हैं. अदालत ने यह टिप्पणी स्मृति ईरानी के मानहानि के मुदकमे पर की है. दरअसल कांग्रेस नेता जय राम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर आरोप लगाए. जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने मानहानि का मुकदमा दर्ज करा दिया था. मुकदमे की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने यह टिप्पणी की. साथ ही कांग्रेस के तीनों नेताओं को समन भेजा.

लेकिन जब हम इस सिलसिले में खबरें पढ़ रहे थे तो देखा कि इंडियन एक्सप्रेस की जांच में कुछ और ही पाया गया. दरअसल इंडियन एक्स्प्रेस ने बताया कि सिली सोल्स गोवा कैफे और बार का माली लेनदेन के एक सेट से ईरानी परिवार और उनके बेटी का लिंक है. इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्री की बेटी जोइश ईरानी, बेटा जोहर ईरानी, पति जुबिन ईरानी और उनकी बेटी शैनेल ईरानी के पास दो कंपनियां Ugraya Mercantile Pvt और Ugraya Agro Farms Pvt Ltd हैं. 2020-21 में इन दोनों फर्म्स ने एक तिहाई, ईटॉल खाने और पीने वाली चीजें एलएलपी में निवेश कीं. ईटॉल कंपनी को दिसंबर 2020 में बनाया गया था.

इसके अलावा इंडियन एक्स्प्रेस ने यह भी बताया कि GSTIN के मुताबिक Eightall ने अपने 'कारोबार की अहम जगह' का H No. 452, ग्राउंड फ्लोर, बुटा वाड्डो, असगाओ, उत्तरी गोवा, के बताया है. हैरानी तब हुई जब यह पता चला कि यही पता सिली सोल्स गोवा कैफे और बार का भी है. केंद्रीय मंत्री ईरानी इनमें से किसी भी कंपनी में शेयरहोल्डर नहीं हैं. हालांकि 31 मार्च, 2021 तक आरओसी के पास मौजूद डाटा के मुताबिक, उग्रया एग्रो और उग्रया मर्केंटाइल के पास समान होल्डिंग वाले शेयर होल्डरों का एक ही ग्रुप था. जिसमें जुबिन ईरानी 67 फीसद, बेटियां शानेल ईरानी और ज़ोइश ईरानी 11 फीसद और बेटा जोहर ईरानी 11 फीसद.

31 मार्च, 2021 को खत्म होने वाले साल के लिए ईटॉल द्वारा आरओसी के पास फाइल किए गए दस्तावेज़ बताते हैं कि उग्रा मर्केंटाइल और उग्रया एग्रो ने ईटॉल की शुरुआती रकम को 50 फीसद और 25 फीसद मुहैया किया. आरओसी के पास मौजूद ताजा डाटा के मुताबिक ईटॉल की बाकी 25 फीसद रकम तरोनिश हॉस्पिटैलिटी (20 फीसद) और गीता वजानी (5 फीसद) से आई थी. गीता के पति योगेश वजानी तरोनिश हॉस्पिटैलिटी के डायरेक्टरों में से एक हैं.

ईटॉल को उग्रया मर्केंटाइल ने 20 लाख और उग्रया एग्रो ने 10 लाख रुपये का थोड़े वक्त के लिए कर्ज़ दिया. जब इंडियन एक्सप्रेस ने यह पूछा कि कि उनके रेस्टोरेंट का पता और ईटॉल का पता समान है? तो कैफे के मालिक डीन डी'गामा ने कहा कि इसके बारे में मेरे वकील से बात करें.

उनके वकील बेनी नाज़रेथ ने कहा: "मैं इस खास जायदाद यानी सिली सोल्स कैफे के मालिक के तौर पर डी'गामा का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं. उनके पास वैध आबकारी लाइसेंस है और हमें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साथ ही हमने उसका जवाब दिया है. बस इतना ही. मुझे क्लाइंट की तरफ से इससे आगे किसी भी बात पर चर्चा करने का हक हासिल नहीं है."

निवेश पर जुबिन ईरानी (उग्रया एग्रो फार्म्स और उगराया मर्केंटाइल में सबसे बड़ी शेयर होल्डर) से जुड़ा सवाल और सिली सोल्स गोवा कैफे-बार का पता एक होने का जवाब नहीं मिला. पिछले रविवार को कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए, ज़ोइश के वकील कीरत सिंह नागरा ने कहा था कि "रेस्टोरेंट के मैनेजमेंट और मामलों में उनका कोई कंट्रोल नहीं है."

सोमवार को, उसी पते और कंपनियों के संकल्प, जिसमें ज़ोइश शेयरहोल्डर हैं, के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि सबसे पहले, यह मुद्दा विचाराधीन है. दूसरी बात, हम सीधे रेस्तरां या मामले के बारे में कुछ भीनहीं करना चाहेंगे.

जब द इंडियन एक्सप्रेस ने पालघर में ईटॉल के रजिस्ट्रेशन दफ्तर के पते का दौरा किया, तो यह योगेश के वजानी और सह चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का परिसर था, जो ईटॉल की अकाउंटिंग फर्म थी. योगेश वजानी से जब ईटॉल और सिली सोल्स गोवा कैफे और बार के बीच संबंधों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले पर सवालों का जवाब नहीं देंगे.

31 मार्च, 2021 को खत्म होने वाले साल में ईटॉल ने बिक्री से राजस्व 22.73 लाख रुपये और 3.06 लाख रुपये का नुकसान दर्ज किया. 31 दिसंबर, 2020 को जब इसे बनाया गया था, कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड से पता चलता है कि इसने जनवरी से मार्च 2021 तक किराए में 2,72,500 रुपये का भुगतान किया और 3,35,500 रुपये की शराब की पूरी सूची थी.

Next Story

विविध