अफगानिस्तान में भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दकी की हत्या, तालिबानी हमले में मारा गया रायटर्स का अवार्ड विनिंग जर्नलिस्ट
अफगानिस्तान में तालिबानी हमले के दौरान मारे गए रायटर्स के भारतीय पत्रकार दानिश.
जनज्वार। अफगानिस्तान के कंधार में जारी हिंसा के बीच एक भारतीय पत्रकार की हत्या कर दी गई है। शुक्रवार को अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममुंडजे ने यह सूचना दी कि कंधार में गुरुवार को भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की कवरेज के दौरान हत्या कर दी गई।
Reuters journalist @dansiddiqui was killed while covering a clash between Afghan security forces and Taliban fighters near a border crossing with Pakistan, an Afghan commander said https://t.co/Uq33s4rI5Z pic.twitter.com/DL0XG3CAok
— Reuters (@Reuters) July 16, 2021
दानिश कंधार में अफगान सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष के हालातों पर रिपोर्टिंग कर रहे थे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स से जुड़े चीफ फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी पुलित्जर पुरस्कार विजेता थे। इससे पहले 13 जुलाई को भी दानिश पर हमला हुआ था, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे।
अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममुंडजे ने ट्वीट किया, 'कल रात कंधार में एक दोस्त दानिश सिद्दीकी की हत्या की दुखद खबर से बहुत परेशान हूं। भारतीय पत्रकार और पुलित्जर पुरस्कार विजेता अफगान सुरक्षा बलों के साथ कवरेज कर रहे थे। मैं उनसे 2 हफ्ते पहले उनके काबुल जाने से पहले मिला था। उनके परिवार और रायटर के प्रति संवेदना।'
Got a 15 minute break during almost 15 hours of back to back missions. pic.twitter.com/Y33vJYIUlr
— Danish Siddiqui (@dansiddiqui) July 13, 2021
अफगानिस्तान के टोलो न्यूज चैनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सिद्दीकी की हत्या कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में की गई थी। हालांकि, इसने घटना के बारे में और अधिक विवरण नहीं दिया। इससे पहले 13 जुलाई को हुए हवाई हमले में बचने के बाद दानिश ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी और कहा था कि वह भाग्यशाली थे कि बच गए।
Rocket propelled grenades (RPG) and other heavy weapon were used by the Taliban against the convoy resulting in the destruction of 3 Humvees. Gunners atop the Humvees swivelled wildly, aiming fire at suspected Taliban fighters who were hard to see. pic.twitter.com/tLppGPrcfL
— Danish Siddiqui (@dansiddiqui) July 13, 2021
उन्होंने 13 जुलाई को अपने ट्वीट में लिखा था- जिस हम्वी (बख्तरबंद गाड़ी) में मैं अन्य विशेष बलों के साथ यात्रा कर रहा था, उसे भी कम से कम 3 आरपीजी राउंड और अन्य हथियारों से निशाना बनाया गया था। मैं लकी था कि मैं सुरक्षित रहा और मैंने कवच प्लेट के ऊपर से टकराने वाले रॉकेटों के एक दृश्य को कैप्चर कर लिया।'
सिद्दीकी ने हाल ही में एक पुलिसकर्मी को बचाने के लिए अफगान विशेष बलों के मिशन पर रिपोर्ट किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि कैसे वह पुलिस का जवान अपने साथियों से अलग हो गया था और तालिबान से घंटों तक अकेले ही लड़ा था। दानिश ने अपनी रिपोर्ट में उन तस्वीरों को भी शामिल किया था, जिसमें अफगान बलों के वाहनों को रॉकेट से निशाना बनाया गया था।
I could feel the tension in the air as ASF were expecting an imminent attack from the Taliban. There was sporadic machine gun fire but all hell broke loose as the Humvees reached the extraction point. pic.twitter.com/TqnnqiuTUr
— Danish Siddiqui (@dansiddiqui) July 13, 2021
खबर है कि इसी नाम के प्रांत की राजधानी दक्षिणी शहर कंधार में और उसके आसपास तालिबानियों और अफगान बलों के बीच भीषण लड़ाई जारी है। तालिबान ने शहर के पास के प्रमुख जिलों पर कब्जा कर लिया है। कंधार में हालात अब बिगड़ते जा रहे हैं और यह जंग का अखाड़ा बन चुका है।
कंधार के इसी बिगड़ते हालात के मद्देनजर भारत ने 10 जुलाई को कंधार में वाणिज्य दूतावास से लगभग 50 राजनयिकों, सहायक कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों को भारतीय वायु सेना की उड़ान से निकाला और वापस बुलाया।