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IPL Betting Online 2022: रात के अंधेरे में चल रहा था सट्टेबाजी का खेल, पुलिस ने किया गिरफ्तार जब्त किए 27 लाख

Janjwar Desk
4 April 2022 4:09 AM GMT
IPL Betting Online 2022: रात के अंधेरे में चल रहा था सट्टेबाजी का खेल, पुलिस ने किया गिरफ्तार जब्त किए 27 लाख
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IPL Betting Online 2022: रात के अंधेरे में चल रहा था सट्टेबाजी का खेल, पुलिस ने किया गिरफ्तार जब्त किए 27 लाख

IPL Betting Online 2022: देशभर में क्रिकेट के खेल आईपीएल 2022 का आगाज हो चुका है। ऐसे में सट्टेबाजों की मॉनिटरिंग कर रही पुणे पुलिस को जब पता चला कि कुछ आपराधिक तत्व पुणे में सट्टा लगा रहे हैं तो पुलिस बल सीधे एक्शन मोड में उतर गया और सवा 27 लाख रुपये की नकदी के साथ 3 आरोपी गिरफ्तार कर लिए।

IPL Betting Online 2022: देशभर में क्रिकेट के खेल आईपीएल 2022 का आगाज हो चुका है। ऐसे में सट्टेबाजों की मॉनिटरिंग कर रही पुणे पुलिस को जब पता चला कि कुछ आपराधिक तत्व पुणे में सट्टा लगा रहे हैं तो पुलिस बल सीधे एक्शन मोड में उतर गया और सवा 27 लाख रुपये की नकदी के साथ 3 आरोपी गिरफ्तार कर लिए। पुलिस की मानें तो गिरफ्तार किए गए आरोपी पुणे के कालेवाड़ी में सट्टेबाजी का खेल खेल रहे थे। रविवार 3 अप्रैल को इस मामले में FIR दर्ज की गई।

गिरफ्तार आरोपी दिल्ली कैपिटल्स और गुजरात टाइटंस के बीच पुणे के एमसीए स्टेडियम में चल रहे मैच में सट्टा लगवा रहे थे। ऐसे में जब इसकी सूचना पुलिस को लगी तो पुलिस ने तुरंत छापेमारी करके आरोपियों से सवा 27 लाख रुपये की नकदी बरामद की।

इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने 4 मुख्य आरोपियों में से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों में रिक्की राजेश खेमचंदानी (36, निवासी बलदेवनगर, डीलक्स थियेटर के पीछे, पिंपरी, पुणे), सनी उर्फ भूपेंद्र सिंह चरणजीत सिंह गिल (38, निवासी वैभव पैराडाइज, राजवाढेनगर, कालेवाड़ी, पुणे), सुभाष रामकिसन अग्रवाल (57, निवासी नानेकरचाल का नाम बताया गया है।

इस पूरे मामले पर बात करते हुए पुलिस उपायुक्त मंचक इप्पार कहते हैं, "एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, पुणे जिले के पिंपरी चिंचवाड़ शहर के कालेवाड़ी इलाके में छापेमारी की गई और आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ वाकाड में मामला दर्ज किया गया है। जिसमें आईपीसी की धारा 353 और 34, टेलीग्राफ अधिनियम और महाराष्ट्र जुआ रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।"

गौरतलब है कि ऑनलाइन बेटिंग एप्स की शुरुआत के बाद से देशभर में सट्टेबाजी के मामलों में काफी कमी आयी है, लेकिन एक रात में लखपति होने की चाह रखने वाले सट्टेबाज अभी भी सट्टे के पुराने खेल को जारी रखना चाहते हैं।

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