क्या नीतीश की सुरक्षा को खतरा है, अगर नहीं तो सीएम ने कुर्ता हटाकर क्यों दिखाया पेट और पैर में लगी चोट
क्या नीतीश की सुरक्षा को खतरा है, अगर नहीं तो सीएम ने कुर्ता हटाकर क्यों दिखाई पेट और पैर में लगी चोट
Bihar News : लग रहा है बिहार की राजनीति में सबकुछ ठीक नहीं है। नीतीश कुमार के साथ पिछले कुछ समय से लगातार अशुभ घटनाएं हो रही हैं। आज तो छठ घाट ( Chhath Ghat ) की तैयारी का जायजा लेने के बाद सीएम नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) ने खुद पेट और पैर में लगी चोट कुर्ता हटाते हुए कैमरा पर्सन को दिखाया। कहीं सीएम की सुरक्षा ( Nitish Kumar Security ) में लगातार हो रही चूक किसी अनहोनी का संकेत तो नहीं। अगर ऐसा नहीं है तो नीतीश कुमार पहली बार अपनी चोट दिखाकर क्या संकेत दे रहे हैं।
दरअसल, बिहार ( Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) की सुरक्षा में चूक की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। वहीं उनकी सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार अधिकारी इन घटनाओं पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ही सारी चीज साफ कर दी है। बुधवार को छठ घाट के निरीक्षण के दौरान खुद को लगी चोट के बारे में मीडिया को बताया।
सीएम नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) के पेट में अब भी पट्टी बंधी हुई है। उन्होंने अपना कुर्ता हटाकर जख्म भी दिखाया। साथ ही पत्रकारों को बताया कि डाक्टर ने जख्म वाली जगह को सुरक्षित रखने को कहा है। उन्हें अब भी दिक्कत है, जिसके कारण वे अपनी कार की अगली सीट पर नहीं बैठ सकते हैं।
11 दिन पहले भी हुआ था हादसा
बिहार के सीएम नीतीश कुमार विगत 15 अक्टूबर को भी पटना के गंगा घाटों का निरीक्षण करने गंगा के किराने पहुंचे थे। उस दिन वह स्टीमर पर सवार होकर छठ पूजा की तैयारी का जायजा लेने पहुंचे थे। जायजा लेते वक्त ही उनके साथ हादसा हो गया था। उसी हादसे में मुख्यमंत्री को काफी चोट लगी थी। उस सयम अधिकारियों ने कहा था कि सीएम को कोई चोट नहीं लगी है। यानि सीएम को चोट लगने की बात से सुरक्षा अधिकारियों इंकार कर दिया था। 11 दिन बाद सीएम फिर छठ घाट तैयारियों को जायजा लेने पहुंचे तो क्यों खुद को लगी चोट मीडियाकर्मियों को दिखाया। ऐसा लग रहा था जैसे कि वो कह रहे हों कि लगातार हो रही घटनाओं के पीछे कुछ न कुछ जरूर है।
आज भी हादसा होते-होते बच गया
26 अक्टूबर को नीतीश कुमार पटना के गंगा घाटों का निरीक्षण करने के लिए सड़क मार्ग से निकले। इस दौरान उन्होंने पाटी पुल घाट का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ हादसा होते-होते बच गया। जानकारी के मुताबिक गंगा जेपी सेतु पुल पर चढ़ने के क्रम में उनकी गाड़ी ढलान पर ही रुक गई। किसी तरह सीएम की कार धीरे-धीरे ऊपर चढ़ाई गई। इस बीच सुरक्षा में तैनात पीछे से पुलिस के जवान दौड़ पड़े, ताकि सीएम की कार पीछे लुढकने से बचा लिया जाए।
बता दें कि पटना जिले के बख्तियारपुर में एक शख्स सुरक्षा घेरे को लांघकर नीतीश कुमार के बिल्कुल करीब पहुंच गया था। वह नीतीश कुमार पर हमला करने वाला ही था कि आसपास के लोगों ने उसे दबोच लिया। सीएम के कार्यक्रम के दौरान मंच के नीचे आतिशबाजी वाला बम फेंकने की घटना भी हो चुकी है। कुछ दिनों पहले पटना के नजदीक सीएम के कारकेड पर उग्र भीड़ ने हमला कर दिया था। ये बात अलग है कि उस समय नीतीश कुमार काफिले में नहीं थे। घटनाओं पर क्या कहा नीतीश ने
Bihar News : सीएम नीतीश कुमार ने खुद के साथ लगातार हो रहे हादसों पर खुद आश्चर्य जताया है। उन्होंने अपने कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि वर्ष 2006 से ही लगातार छठ घाटों का निरीक्षण करते आ रहे हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। जबकि 15 अक्टूबर को हुए हादसे के बाद दो-तीन दिनों तक मुख्यमंत्री को पूरा आराम करना पड़ा था।