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जम्मू : रिंग रोड निर्माण के लिए प्रशासन ने बुलडोजर से रौंद दी गेहूं की तैयार फसल, किसानों का फूटा गुस्सा

Janjwar Desk
11 April 2021 10:27 AM GMT
जम्मू : रिंग रोड निर्माण के लिए प्रशासन ने बुलडोजर से रौंद दी गेहूं की तैयार फसल,  किसानों का फूटा गुस्सा
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शनिवार 10 अप्रैल को अचानक चक अवतारा गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और रिंग रोड के निर्माण के लिए अधिग्रहीत भूमि में खड़ी गेहूं फसल पर बुलडोजर चलवा दिया...

जनज्वार डेस्क। जम्मू कश्मीर के बिश्नाह के चक अवतारा गांव में उस समय किसानों का गुस्सा फूट पड़ा जब प्रशासन ने गांव से निकल रही रिंग रोड का निर्माण शुरू कर दिया। किसान इसलिए आक्रोशित हो गए क्योंकि प्रशासन की ओर से कोई मुवाअजा नहीं दिया गया वहीं दूसरी ओर पककर तैयार गेहूं की फसल को बुलडोजर से रौंद दिया।

इसके बाद किसान बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, फिर पुलिस ने कई किसानों को हिरासत में ले लिया। जानकारी के मुताबिक, चक अवतारा गांव से निकल रही रिंग रोड के निर्माण के लिए 50 किसानों की 232 कनाल जमीन के लिए प्रशासन ने अभी तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया है।

शनिवार 10 अप्रैल को अचानक चक अवतारा गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और रिंग रोड के निर्माण के लिए अधिग्रहीत भूमि में खड़ी गेहूं फसल पर बुलडोजर चलवा दिया।

इसके बाद किसानों ने पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि प्रशासन उन्हें मुआवजा दे और फसल को काटने के बाद वहां रिंग रोड का निर्माण शुरू करवाए। प्रदर्शन के समय बिश्नाह के एसडीएम अभिषेक अबरोल, तहसीलदार बिश्नाह सोहनलाल राणा, एसडीपीओ शब्बीर खान भी मौजूद थे।

हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह और उनके साथ प्रदर्शन कर रहे कई किसानों को हिरासत में लेकर बिश्नाह थाने ले गई। प्रदर्शन में सरपंच विजय सैनी, सरपंच धर्मेंद्र सिंह, बीडीसी अध्यक्ष सुरजीत कुमार, बीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, पंडित नारायण दत्त शर्मा, किसान मोर्चा के राज्य उपप्रधान सतीश भारती, सरपंच सुरजीत सिंह के अलावा सैकड़ों किसान शामिल रहे।

पुलिस ने जैसे ही किसानों को हिरासत में लिया तो आसपास के ग्रामीणों यह खबर तेजी से फैल गई है। इसके बाद आसपास के गांवों से ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। इनमें महिलाओं की संख्या काफी थी।

गुस्साए लोगों ने बिश्नाह-बड़ी ब्राह्मणा सड़क टायर जलाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब तीन घंटे तक उनका यह प्रदर्शन चलता रहा। उधर, हिरासत में लिए गए किसानों ने थाने में भी प्रदर्शन शुरू कर दिया था। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने हिरासत में लिए गए पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह समेत 10 किसानों को रिहा कर दिया।

पुलिस की हिरासत से छूटने के बाद पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह ने कहा कि रिंग रोड में चक अवतारा के किसानों की लगभग 242 कनाल जमीन आ रही है। बिना मुआवजा दिए लहलहाती फसल पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाना यह साबित करता है कि प्रशासन को किसानों के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं है। वह चाहता तो किसानों को मुआवजा देकर फसल काटने की मोहलत देता, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। इसका हमने विरोध किया तो हमारी आवाज दबाने के लिए हिरासत में ले लिया गया। इस तानाशाही रवैये के आगे किसान नहीं झुकने वाला है। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मांग की कि वे किसानों की लहलहाती फसल पर बुलडोजर चलाने वाले प्रशासनिक अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई करें।

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