Ranchi News: युवक ने झूठ बोलकर प्राप्त किया सीएम का सम्मान, आईएएस परीक्षा पास करने की फैलाई थी झूठी खबर
युवक ने झूठ बोलकर प्राप्त किया सीएम का सम्मान, आईएएस परीक्षा पास करने की फैलाई थी झूठी खबर
Ranchi News: सिविल सर्विस में पास होने की खुशी अलग ही होती हैं। यूपीएससी सिविल सर्विस जैसी परीक्षाओं में सफल होने की खबर मिलते ही हमारे माता-पिता रिश्तेदार अपने बच्चों पर कितना गर्व महसूस करते हैं। यूपीएससी पास करने पर हमे परिजनों और सरकार की तरफ से भी अलग ही सम्मान दिया जाता हैं। परन्तु अगर कोई ऐसी परीक्षाओं में पास होने की झूठी खबर फैला दें तो ये कितना चौंका देने वाला किस्सा होगा। ऐसा ही एक किस्सा झारखंड में हुआ जहां युवक ने अपने यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा में सफल होने की फर्जी खबर तो फैलाई ही और इस परीक्षा में पास होने की झूठी खबर देकर सीएम से सम्मान भी प्राप्त किया
रात्रि भोज में भी शामिल
युवक ने अपनी कामयाबी की फर्जी खबर तो पूरे राज्य में फैलाई ही और जगह जगह-जाकर जाकर सम्मानित भी हुआ। इससे भी बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि इस युवक ने झारखंड सरकार की ओर से आयोजित यूपीएससी के सफल अभ्यार्थियों के अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथों से भी सम्मान हासिल किया और उनके साथ रात्रि भोज में भी शामिल हुआ।
समारोह में सम्मानित हुआ
कुमार सौरभ उर्फ सौरभ पांडेय नाम के इस युवक ने यूपी के एक सफल अभ्यर्थी के हमनाम होने का फायदा उठाया। दो महीने तक सोसाइटी से लेकर सरकार तक भ्रमजाल फैलाता रहा। यूपीएससी 2021 की परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की सूची में 357वां रैंक यूपी के कुमार सौरभ ने हासिल किया है। उन्हें कहीं से जानकारी मिली कि उनके नाम पर एक युवक झारखंड में राजकीय समारोह में सम्मानित हुआ है। तब इस मामले का खुलासा हुआ।
फोटो भी कई जगह पर शेयर कर दी
दरअसल वह भी यूपीएससी की तैयारी कर रहा था लेकिन वह सफल नहीं हो पाया। 30 मई को रिजल्ट आया तो उसने खुद को सफल होने की खबर फैला दी। उसने यूपीएससी मुख्यालय के पास सूट टाई वाली अपनी फोटो भी कई जगह पर शेयर कर दी थी।
सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए फैलाई झूठी खबर
सौरभ पांडेय पिछले कुछ दिनों से समाज में कई लोगों से यह कहता रहा कि उसका रैंक ठीक नहीं आया। इस कारण इस बार नौकरी ज्वाइन नहीं करेगा। वह फिर से तैयारी में जुटा है और पूरा प्रयास कर रहा है कि अगली बार अच्छा रैंक ले आए। जब मीडिया कर्मियों ने सौरभ से उसके यूपीएससी पास करने और उनके एडमिट कार्ड के बारे में जानकारी मांगी तो उसने स्वीकार कर लिया कि परीक्षा में असफल हो जाने पर उसने सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए अपने पास हो जाने की झूठी खबर फैलाई थी। झारखंड सरकार ने भी मीडिया में छपी रिपोर्ट के आधार पर उसे सम्मानित कर दिया था।