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राष्ट्रीय

Jharkhand Ropeway Incident : हेलीकाप्टर से गिरकर मरने वाले के परिजनों ने की सरकारी नौकरी की मांग

Janjwar Desk
12 April 2022 10:49 AM GMT
Jharkhand Ropeway Incident Updates :  मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख का मुआवजा देगी सोरेन सरकार, हाई लेवल जांच समिति गठित
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Jharkhand Ropeway Incident Updates : मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख का मुआवजा देगी सोरेन सरकार, हाई लेवल जांच समिति गठित

Jharkhand Ropeway Incident : नाराज मृतक के परिजनों ने त्रिकुट पहाड़ जाने के चौराहे को जाम कर दिया था और सरकार से नौकरी देने की मांग की है।

Jharkhand Ropeway Incident : झारखंड के देवघर के त्रिकूट पहाड़ रोपवे हादसे में कुल 3 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 2 महिलाएं एवं 1 पुरुष शामिल हैं। सेना द्वारा एयरलिफ्ट के दौरान 1 पुरुष व 1 महिला की नीचे गिर जाने से मौत हो गई। इस घटना के बाद से मृतक के परिजन काफी आक्रोश में हैं। मृतक के नाराज परिजनों ने त्रिकुट पहाड़ जाने के चौराहे को जाम कर दिया था। प्रदर्शन के दौरान परिजनों ने सरकार से मृतकों में शामिल परिवारों के एक-एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।



दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई

पीड़ित परिजनों का आरोप है कि राकेश कुमार सिंह सहित तीन लोगों को मौत बचाव दल की लापरवाही की वजह से हुआ है। अगर सही तरीके से सेफ्टी वॉल्ब लगाया गया होता तो तीनों की मौतें नहीं होती। रेस्क्यू के दौरान जिन लोगों ने लापरवाही की है उनका कोर्ट मार्शल हो। साथ ही हत्या के आरोप में सजा मिले। जो लोग मारे गए हैं उनके घर में कोई कमाने वाला नहीं है। उन लोगों का क्या होगा। लोगों से इस बात की भी शिकायत की कि कल से लेकर आज तक एक भी मंत्री मौके पर नहीं आया। किसी ने पीड़ितों की सुध नहीं ली। न ही किसी के धर पर मिलने कोई गया। सरकार को अपनी जिम्मेदारी लेनी होगी। सरकार मृतकों के परिजनों के एक-एक सदस्य को नौकरी दे, ताकि लोगों को जीने का कोई आधार मिल सके।

Jharkhand Ropeway Incident : देवघर के त्रिकूट पहाड़ रोपवे हादसा में ट्रॉली में फंसे लोगों में से कुल 46 लोगों को सेना ने सुरक्षित निकाल लिया। इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही मंगलवार को तीसरे दिन सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया। वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी समेत सेना के अन्य जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद जान जोखिम में डालकर ट्रॉली में फंसे लोगों को नई जिंदगी दी। बता दें कि रविवार को करीब साढ़े चार बजे रोपवे हादसा हुआ था। तब से रेस्क्यू ऑपेरशन जारी था। यानि तीन दिनों में हवा में लटके 46 लोगों को सेना के जवानों ने नयी जिंदगी देने का काम किया है।

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