दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी अब्दुल माजिद को गुजरात एटीएस ने झारखंड में किया गिरफ्तार
ATS की गिरफ्त में अब्दुल माजिद (नकाब में)।
जनज्वार। मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डाॅन और मुंबई बम धमाके का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) का एक करीबी सहयोगी अब्दुल माजिद (Dawood Ibrahim's close aide Abdul Majid arrested) झारखंड के जमशेदुपर में गिरफ्तार किय गया है। उसकी गिरफ्तारी गुजरात एंटी ट्रेरर स्कवाॅयड ने 25 दिसंबर को की जिसका खुलासा शनिवार को उस वक्त हुआ जब उसे सड़क मार्ग से जमशेदपुर से रांची लाया। गुजरात एटीएस अब्दुल माजिद को हवाई मार्ग से रांची से गुजरात ले गयी, जहां उससे पूछताछ की जाएगी और अन्य दूसरी कार्रवाइयां होंगी।
इस बात की मजबूत संभावना है कि वह दाऊद के कई राज पूछताछ में उगल सकता है। 24 साल से सुरक्षा एजंेसियां उसकी तलाश कर रही थीं। उस पर 1997 में गुजरात एवं महाराष्ट्र में गणतंत्र दिवस के दौरान विस्फोट करने के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक व हथियार आपूर्ति करने का आरोप है। उस पर आरोप है कि दोनों राज्यों में गणतंत्र दिवस के मौके पर अशांति पैदा करने के लिए उसने 106 पिस्तौल, 750 कारतूस और करीब चार किलो आरडीएक्स की आपूर्ति की थी।
जमशेदपुर में रह रहा था मोस्ट वांटेड का सहयोगी
अब्दुल माजिद(Dawood Ibrahim's close aide Abdul Majid) जमशेदुपर में मानगो सहारा सिटी के गोल्ड 197 में राजेश शर्मा के घर में किराये पर रह रहा था। वह यहां अपना नाम और पहचान छिपा कर डेढ साल से रह रहा था। मूल रूप से केरल के रहने वाले अब्दुल माजिद कुट्टी के मो कमाल के नाम से पासपोर्ट, वीजा, आधार कार्ड व वोटर कार्ड बरामद हुआ है। उसके दो बेटे व एक बेटी हैं।
गुजरात एटीएस ने उसे मानगो पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया और थाना लेकर आयी और फिर उसे साथ लेकर उसके घर तलाशी के लिए गयी। पुलिस के अनुसार, गुजरात में खुद के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद वह दुबई और मलेशिया भाग गया। मई 2019 में वह जमशेदपुर आया।
टेल्को बारीनगर के मो इनाम से अब्दुल माजिद की दोस्ती दुबई में हुई। मो इनाम का दुबई आना-जाना होता था। उस समय माजिद अक्सर मलेशिया से दुबई आजा जाता था। वीजा की अवधि खत्म होने के बाद वह मो इनाम की मदद से ही जमशेदपुर आया। कुछ दिनों तक वह लाॅज व होटल में रहा और फिर सहारा सिटी में राजेश शर्मा के घर को किराये पर लेकर उसमें रहने लगा। उसने खुद के उपयोग के लिए मो इनाम के नाम पर कार भी खरीदी थी। डाॅन दाउद इब्राहिम व गैंगस्टर अबू सलेम के साथ वह भी मोस्ट वांटेड था।
यह है मामला
गुजरात एटीएस ने 23 दिसंबर 1996 को गुजरात के मेहसाणा में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास चार किलो आरडीएक्स, अन्य विस्फोटक व अन्य हथियार मिले थे। उसे राजस्थान के बाड़मेर जिले के सीमाई इलाकेे से पाकिस्तान से तस्करी कर भारत लाया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में 23 दिसंबर 1996 को अजमेर के मो फैजल, मो उस्मान, मुंबई के अनवर कुरैशी और बरेली निवासी शकील अहमद कुरैशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। बाद में इस मामले में अब्दुल माजिद कुट्टी, दाऊद इब्राहिम व अबू सलेम की भूमिका सामने आने पर मेहसाणा की एक अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।