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झारखंड

झारखंड की राजनीति में सीएम हेमंत व एमपी निशिकांत की लड़ाई सरकार बचाने-गिराने से रेप-अपहरण व डिग्री विवाद तक पहुंची

Janjwar Desk
29 July 2020 1:56 PM GMT
झारखंड की राजनीति में सीएम हेमंत व एमपी निशिकांत की लड़ाई सरकार बचाने-गिराने से रेप-अपहरण व डिग्री विवाद तक पहुंची
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झारखंड की राजनीति में सरकार गिरने के दावों से शुरू हुई हेमंत सोरेन व निशिकांत दुबे की राजनीतिक लड़ाई अब सांसद पर फर्जी डिग्री के आरोप व मुख्यमंत्री पर लड़की के साथ रेप के आरोप तक पहुंच गई है...

जनज्वार। झारखंड की राजनीति में इन दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे में ठनी हुई है। विरोधी दलों में होने की वजह से राजनीतिक वार-प्रतिवार व कटाक्ष तो स्वाभाविक है लेकिन पिछले कुछ सप्ताह से बार-बार निशिकांत की इस भविष्यवाणी से कि हेमंत सोरेन सरकार गिर जाएगी राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तल्खी में बदल गई। और, अब यह निजी आरोप-प्रत्यारोप तक पहुंच गई है।

जब निशिकांत के एक पुराने राजनीतिक सहयोगी (और अब विरोधी बन चुके) विष्णुकांत झा ने देवघर एसपी के पास सांसद को दिल्ली विश्वविद्यालय से हासिल एमबीए की डिग्री को फर्जी बताते हुए इसकी शिकायत की और इसकी जांच कराने की मांग की तो झामुमो को उन्हें घेरने का एक मौका मिल गया। झामुमो के प्रवक्ता व महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने लगातार सीएम हेमंत व सरकार पर हमले कर रहे निशिकांत की डिग्री को फर्जी बताया। झामुमो ने ट्वीट कर भी उसे फर्जी बताया। उनके विरोधियों ने उनकी पीएचडी की डिग्री को भी फर्जी कहा है।

हालांकि दुबे ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा है कि उनकी डिग्रियां सही हैं और उन्होंने एमबीए भी किया है और पीएचडी भी की है। इसके साथ ही निशिकांत ने एक ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निजी आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुंबई में 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर एक लड़की ने रेप, अपहरण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, समझौते से भी यह आरोप बंद होना चाहिए।


निशिकांत दुबे ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख को इस मामले में एक पत्र लिखा है और ट्विटर पर उन्हें टैग करते हुए पोस्ट किया है। निशिकांत ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री को लिखे पत्र को गृहमंत्री अमित शाह व एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को भी टैग किया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया गया है कि केस करने वाली लड़की की हत्या वे झारखंड पुलिस के डीजीपी व माफिया, गुंडे के साथ मिल कर कराना चाहते हैं।

निशिकांत के इन आरोपों में झामुमो तिलमिला गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार (28 July 2020) की रात की ट्वीट कर कहा था कि उन्हें 48 घंटे में इस मामले में जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा है कि अगले 48 घंटे में सांसद को कानूनी रूप से इसका जवाब दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि देश व राज्यवासियों को वे अपने आचरण के अनुरूप गुमराह करना बंद करें। वहीं, निशिकांत ने सीएम सोरेन के इस ट्वीट पर कहा है कि इंतजार रहेगा, आरोप मैंने नहीं लड़की ने लगाए हैं।

झामुमो ने आरोप लगाया है कि सांसद की उम्र का दावा व डिग्री दोनों फर्जी है। झारखंड में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल किया जा रहा है, जिसे दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी और मैनेजमेंट स्टडीट का बताया जा रहा है, उसमें कहा गया है कि 1993 में निशिकांत दुबे नाम के किसी शख्स ने वहां से पार्ट टाइम एमबीए की डिग्री हासिल नहीं की है। यह भी दावा किया जा रहा है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस संबंध में झारखंड पुलिस को भी कार्रवाई के लिए लिखा है। हालांकि इन पत्रों की सत्यता की पुष्टि अभी कोई नहीं कर रहा है। हालांकि दोनों पक्षों के आरोप की जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि किसके आरोप कितना सही हैं।





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