झारखंड की राजनीति में सीएम हेमंत व एमपी निशिकांत की लड़ाई सरकार बचाने-गिराने से रेप-अपहरण व डिग्री विवाद तक पहुंची
जनज्वार। झारखंड की राजनीति में इन दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे में ठनी हुई है। विरोधी दलों में होने की वजह से राजनीतिक वार-प्रतिवार व कटाक्ष तो स्वाभाविक है लेकिन पिछले कुछ सप्ताह से बार-बार निशिकांत की इस भविष्यवाणी से कि हेमंत सोरेन सरकार गिर जाएगी राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तल्खी में बदल गई। और, अब यह निजी आरोप-प्रत्यारोप तक पहुंच गई है।
जब निशिकांत के एक पुराने राजनीतिक सहयोगी (और अब विरोधी बन चुके) विष्णुकांत झा ने देवघर एसपी के पास सांसद को दिल्ली विश्वविद्यालय से हासिल एमबीए की डिग्री को फर्जी बताते हुए इसकी शिकायत की और इसकी जांच कराने की मांग की तो झामुमो को उन्हें घेरने का एक मौका मिल गया। झामुमो के प्रवक्ता व महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने लगातार सीएम हेमंत व सरकार पर हमले कर रहे निशिकांत की डिग्री को फर्जी बताया। झामुमो ने ट्वीट कर भी उसे फर्जी बताया। उनके विरोधियों ने उनकी पीएचडी की डिग्री को भी फर्जी कहा है।
हालांकि दुबे ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा है कि उनकी डिग्रियां सही हैं और उन्होंने एमबीए भी किया है और पीएचडी भी की है। इसके साथ ही निशिकांत ने एक ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निजी आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुंबई में 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर एक लड़की ने रेप, अपहरण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, समझौते से भी यह आरोप बंद होना चाहिए।
मैंने एमबीए,पीएचडी सब कर रखी है,शुचिता की राजनीति करता हूँ,जिसको केस करना है,जॉंच करना है करिए,सभी मुँह की खाएँगे
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 28, 2020
आदरणीय भारत के गृहमंत्री @AmitShah जी व भारत के वर्तमान राजनीति के वरिष्ठतम नेता@PawarSpeaks जी,एक बेटी की जान ख़तरे में है,पॉवर,पैसा,पुलिस,गुंडे,माफिया मिलकर मुम्बई में उसकी हत्या कर सकते हैं।आपलोगों ने बेटी की हमेशा रक्षा की है,इसकी रक्षा कीजीए@AnilDeshmukhNCP @supriya_sule pic.twitter.com/UeJZHHy4wk
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 29, 2020
निशिकांत दुबे ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख को इस मामले में एक पत्र लिखा है और ट्विटर पर उन्हें टैग करते हुए पोस्ट किया है। निशिकांत ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री को लिखे पत्र को गृहमंत्री अमित शाह व एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को भी टैग किया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया गया है कि केस करने वाली लड़की की हत्या वे झारखंड पुलिस के डीजीपी व माफिया, गुंडे के साथ मिल कर कराना चाहते हैं।
निशिकांत के इन आरोपों में झामुमो तिलमिला गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार (28 July 2020) की रात की ट्वीट कर कहा था कि उन्हें 48 घंटे में इस मामले में जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा है कि अगले 48 घंटे में सांसद को कानूनी रूप से इसका जवाब दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि देश व राज्यवासियों को वे अपने आचरण के अनुरूप गुमराह करना बंद करें। वहीं, निशिकांत ने सीएम सोरेन के इस ट्वीट पर कहा है कि इंतजार रहेगा, आरोप मैंने नहीं लड़की ने लगाए हैं।
माननीय सांसद @nishikant_dubey जी ने मुझ पर कुछ आरोप लगायें हैं।
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) July 28, 2020
माननीय सांसद जी इसका जवाब आपको अगले 48 घंटे में कानूनी रूप से दिया जायेगा।
देश और राज्यवासियों को 'अपने आचरण के अनुरूप' गुमराह करना बंद करें।
झामुमो ने आरोप लगाया है कि सांसद की उम्र का दावा व डिग्री दोनों फर्जी है। झारखंड में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल किया जा रहा है, जिसे दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी और मैनेजमेंट स्टडीट का बताया जा रहा है, उसमें कहा गया है कि 1993 में निशिकांत दुबे नाम के किसी शख्स ने वहां से पार्ट टाइम एमबीए की डिग्री हासिल नहीं की है। यह भी दावा किया जा रहा है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस संबंध में झारखंड पुलिस को भी कार्रवाई के लिए लिखा है। हालांकि इन पत्रों की सत्यता की पुष्टि अभी कोई नहीं कर रहा है। हालांकि दोनों पक्षों के आरोप की जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि किसके आरोप कितना सही हैं।
मेरी उम्र भी फर्जी
— Jharkhand Mahila Morcha (@Jmm_Mahila) July 29, 2020
मेरी डिग्री भी फर्जी
सही है तो बस मेरा झूठ और अहंकार
जालसाजी और कालाबाजार
~@nishikant_dubey pic.twitter.com/TjOAmJQrTf