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झारखंड : परिवहन मंत्री की बेटी बिना हेलमेट पकड़ी गईं, चालान के लिए कहने पर हाइवोल्टेज ड्रामा

Janjwar Desk
26 Nov 2020 2:43 AM GMT
झारखंड : परिवहन मंत्री की बेटी बिना हेलमेट पकड़ी गईं, चालान के लिए कहने पर हाइवोल्टेज ड्रामा
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झारखंड के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन की बेटी दुखनी सोरेन।

परिवहन मंत्री की बेटी ने पुलिस पर बुरा व्यवहार करने का आरोप लगाया है, वहीं मामले में डीआइजी ने जांच का आदेश दिया है...

जनज्वार। झारखंड के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन की बेटी दुखनी सोरेन बुधवार को जमशेदपुर में बिना हेलमेट के पकड़ी गईं, जिसके बाद मौके पर हाइवोल्टेज ड्रामा हुआ। बुधवार को वे साकची गोलचक्कर के पास बिना हेलमेट के पकड़ी गईं और जब पुलिस ने उन्हें जुर्माना भरने के लिए कहा तो वे धरने पर बैठ गईं। इसके बाद आखिरकार पुलिस को उन्हें बिना जुर्माना छोड़ना पड़ा।

वहीं, दुखनी सोरेन का कहना है कि वे जुर्माना भरने के लिए तैयार थीं, लेकिन पुलिस ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया। दुखनी सोरेन पुलिस पर बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठीं। उन्होंने ट्वीट कर भी अपनी बात कही। दुखनी सोरेन ने ट्वीट किया: साकची ट्राफिक में पदस्थापित अनिल नायक के द्वारा हेलमेट जांच के समय आम लोगों एवं महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार किया जाता है, ऐसे अधिकारी के कारण ही सरकार और पुलिस प्रशासन की छवि खराब होती है। दुखनी ने अपने इस ट्वीट को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, जमेशदुपर के डीसी व पुलिस को टैग भी किया।

दुखनी सोरेन ने कहा कि जब ट्रैफिक पुलिस ने रोका तो वे जुर्माना भरने को तैयार थीं लेकिन उनके साथ दुव्र्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी जब एक महिला के साथ एक व्यवहार करते हैं तो आमलोगों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे। उन्होंने ट्रैफिक दारोगा अनिल नायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं, अनिल नायक ने इन आरोपों को खारिज किया है। दारोगा ने कहा कि बिना हेलमेट व मास्क के वाहनों की जांच की जा रही थी और इसी दौरान बिना हेलमेट के दुखनी सोरेन को रोका गया, जिस पर वे जुर्माना भरने को कहने पर आक्रोशित हो गईं।

जानकारी के अनुसार, जब दारोगा ने दुखनी को रोका तो उन्होंने मंत्री की बेटी होने का खुद का परिचय दिया, जिस पर दारोगा ने कहा कि वे बिना जुर्माने या बिना वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश के उन्हें नहीं छोड़ सकते हैं। इसके बाद दुखनी नाराज हो गईं और फोन पर अपने परिजनों को जानकारी देने के बाद धरने पर बैठ गईं। इस कारण मौके पर भीड़ भी जुट गईं और आखिरकार पुलिस ने उन्हें बिना जुर्माना छोड़ दिया।

कोल्हान के डीआइजी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एसएसपी को जांच का निर्देश दिया है।

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