Why No Arrest: दीपक चौरसिया को गिरफ्तार करने के लिए सोशल मीडिया पर उठ रही मांग, इन दो पत्रकारों पर भी भड़के लोग
Why No Arrest: पत्रकार दीपक चौरसिया को लेकर सोशल मीडिया (Social Media) पर गिरफ्तार किये जाने की मांग उठ रही है। गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज एक के बाद एक कई ट्वीट किये गये हैं। यूजर्स दीपक चौरसिया के साथ ही अजीत अंजुम और चित्रा त्रिपाठी को लेकर भी भड़क रहे हैं। पूरा मामला अदालत के समन का है। साथ ही चौरसिया को एक वीडियो से छेड़छाड़ मामले में Pocso एक्ट का दोषी बताया गया है।
Media Criminals Exposed like Deepak Chaurasia, Ajit Anjum, Chitra Tripathi who have Court Summons in POCSO case due to video tampering
— VEDPRAKASH SONI (@vedpraka4774551) November 21, 2022
Inspite of arrest warrant issued against #WhyNoArrest ? 😡 People question Gurugram police that Why Fraud Journalists Roaming Free ? pic.twitter.com/40Aet3lajF
लोगों का कहना है कि अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद भी दीपक चौरसिया को गुरूग्राम की पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। चौरसिया पर गुरूग्राम के पालम विहार में 20 मार्च 2015 को आईटी और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसके बाद 20 अक्टूबर 2022 को चौरसिया को अदालत से जारी समन के मुताबिक पेश होना था।
क्या था पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2013 में तीन न्यूज चैनलों ने बलात्कारी आसाराम बापू से जुड़ी यौन शोषण की रिपोर्ट दिखाई थी। जब रिपोर्ट सामने आई तो आरोप लगे कि एक 10 वर्षीय लड़की और उसके परिवार को अन्य वीडियो के साथ एडिट करके टीवी पर दिखाया गया। इसमें इनको केस से जोड़कर दिखाया गया है। ये आरोप भी लगे की उस वीडियो में लड़की और अन्य महिलाओं के चेहरों को बिना ब्लर किये दिखाया जा रहा है।
15 दिसंबर 2013 को लड़की के परिवार ने तीनों न्यूज चैनलों के खिलाफ वीडियो के आदार पर मुकदमा दर्ज कराया था। साल 2020 और 2021 में अदालत ने चार्जशीट में कुल 8 लोगों को आरोपी बनाया। इनमें कुछ अन्य पत्रकारों, एंकरों, प्रोड्यूसरों के साथ दीपक चौरसिया को भी आरोपी बनाया गया था।
Court Summons 8 reporters today along 3 police officers who helped them escape arrest. The competency & bias of our system is questioned, where despite Media Criminals Exposed, Fraud Journalists Roaming Free & innocent Sant Shri Asharamji Bapu is behind bars!#WhyNoArrest? pic.twitter.com/fhI7VO4Q2G
— Andekhaa Sach - अनदेखा सच (@AndekhaaSach) November 21, 2022
अदालत ने दीपक चौरसिया का बेल बॉन्ड रद्द करते हुए उनके खिलाफ वारंट भी जारी कर दिया। अब इस मामले की सुनवाई 21 नवंबर को होनी है। बहरहाल, मामले को लेकर दीपक चौरसिया की तरफ से अबी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
हालांकि बाद में पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट ने इस मामले को लेकर दीपक चौरसिया की गिरफ्तारी पर 11 नवंबर को रोक लगा दी। इससे पहले अदालत ने चौरसिया को 17 नवंबर तक ट्रायल कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की छूट दी थी। लेकिन अब सोशल मीडिया पर दीपक चौरसिया को लेकर Why No Arrest कैंपेन चलाया जा रहा है।