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Kangana Ranaut : कंगना के फिर बिगड़े बोल, कहा - 'महात्मा गांधी सत्ता के भूखे थे और चाहते थे कि भगत सिंह को हो फांसी'

Janjwar Desk
16 Nov 2021 12:34 PM GMT
Kangana Ranaut : कंगना के फिर बिगड़े बोल, कहा - महात्मा गांधी सत्ता के भूखे थे और चाहते थे कि भगत सिंह को हो फांसी
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(कृषि बिल वापस लेने पर कंगना ने भारत को जिहादी देश कहा)
Kangana Ranaut : 'भीख में आजादी' वाले बयान पर उठा विवाद अभी चल ही रहा था कि कंगना रनौत ने एक बार फिर से विवादित बयान दे दिया है। इस बार उन्होंने महात्मा गांधी के खिलाफ एक विवादित टिप्पणी की है।

Kangana Ranaut : 'भीख में आजादी' वाले बयान पर उठा विवाद अभी चल ही रहा था कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने एक बार फिर से विवादित बयान दे दिया है। इस बार उन्होंने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के खिलाफ एक विवादित बयान दिया है।

उन्होंने अपने इंस्टाग्राम (Instagram Post) पर लंबे मेसेज पोस्ट किए हैं। पोस्ट में महात्मा गांधी पर निशाना साधा गया है। पहले मैसेज में कंगना ने उन्हें सत्ता का भूखा और चालाक बताया है वहीं दूसरे पोस्ट में लिखा है कि गांधी जी चाहते थे कि भगत सिंह (Bhagat Singh) को फांसी हो जाए।

यही नहीं बल्कि, अपने पोस्ट में कंगना ने लोगों को सलाह दी है कि वह अपने हीरो समझदारी से चुनें। उन्होंने यह भी लिखा है कि झापड़ मारने वाले के सामने दूसरा गाल आगे करने से आजादी नहीं मिलती।

कंगना रनौत के पिछले बयान पर बवाल अभी थमा नहीं और लगातार लानत-मलामत चल रही है। इस बीच उन्होंने कुछ और आपत्तिजनक पोस्ट कर दिए हैं। कंगना ने लिखा है, जो लोग स्वतंत्रता के लिए लड़े उन्हें उन लोगों ने अपने मालिकों को सौंप दिया जिनमें हिम्मत नहीं था न ही खून में उबाल।"

कंगना रनौत ने लिखा, "वे सत्ता के भूखे और चालाक थे.... ये वही थे जिन्होंने हमें सिखाया अगर कोई तुम्हें थप्पड़ मारे तो उसके आगे एक और झापड़ के लिए दूसरा गाल कर दो और इस तरह तुमको आजादी मिल जाएगी... ऐसे किसी को आजादी नहीं मिलती सिर्फ भीख मिलती है। अपने हीरो समझदारी से चुनें।"

इसके बाद अपने दूसरे इंस्टाग्राम पोस्ट में कंगना ने लिखा है, "गांधी ने कभी भगत सिंह और नेताजी को सपोर्ट नहीं किया। कई सबूत हैं जो इशारा करते हैं कि गांधीजी चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी हो जाए। इसलिए आपको चुनना है कि आप किसे सपोर्ट करते हैं। क्योंकि उन सबको अपनी याद के एक ही बॉक्स में रख लेना और उनकी जयंती पर याद कर लेना काफी नहीं सच कहें तो मूर्खता नहीं बल्कि गैरजिम्मेदाराना और सतही है। लोगों को अपना इतिहास और अपने हीरो पता होने चाहिए।"

बता दें कि इससे पहले रनौत ने कहा था कि 1947 में भारत को जो मिला था, वह ''भीख'' थी और देश को असली आजादी 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में गोखले ने कहा कि रनौत ने जो कहा था वह सच है।

अभिनेत्री के इस बयान की चारों तरफ आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कंगना को ट्रॉल कर रहें हैं। दरअसल, कगंना रनौत टाइम्स नाऊ के 2021 समिट में हिस्सा लेने पहुंची थी।

टाइम्स नाऊ की पत्रकार नविका कुमार से बातचीत के दौरान कंगना ने कहा कि, "आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है?" कंगना ने कहा- "1947 में मिली आज़ादी भीख थी, असली आज़ादी 2014 में मिली।"

कंगना ने आगे कहा- "सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि एक हिंदुस्तानी दूसरे हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।"

अभिनेत्री के इस बयान पर वहां बैठे लोग तालियां बजाने लगे। जर्नलिस्ट नाविका कुमार ने कहा कि, "इसलिए सब आपको कहते हैं कि आप भगवा हैं।" जवाब में कंगना कहती हैं- "इसके बाद मुझपर 10 केस और होने वाले हैं।"

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