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राष्ट्रीय

कन्हैया कुमार बोले, साहेब कागजी शेर हैं, चीन-अमेरिका के सामने दुम दबा लेते हैं...

Janjwar Desk
21 Jun 2020 12:45 PM GMT
कन्हैया कुमार बोले, साहेब कागजी शेर हैं, चीन-अमेरिका के सामने दुम दबा लेते हैं...
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गलवान घाटी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टैंड पर युवा नेता व जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुुमार ने ट्वीट के जरिए सिलसिलेवार हमला किया है...

जनज्वार, नई दिल्ली। जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष व सीपीआइ नेता कन्हैया कुमार ने चीन मुद्दे व लद्दाख घाटी में शहीद हुए 20 वीर सैनिकों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ट्वीट कर हमला बोला है। कन्हैया कुमार ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि इनका कागजी शेर चीनी बिल्ली बन गया और ये लोग गद्दार उन्हें बोल रहे हैं जो इनके फर्जीवाड़े पर सवाल उठा रहा है। एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी।

ऐसा नहीं है कि कन्हैया ने गलवान के शहीदों को लेकर पहली बार प्रधानमंत्री पर हमला बोला है, पिछले चार दिनों से वे लगातार ट्विटर के जरिए प्रधानमंत्री मोदी पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने देश की संप्रभुता को चुनौती देने वाले के खिलाफ कठोर कार्रवाई की भी मांग की है।

चीन-अमेरिका वाले ट्वीट से पहले कन्हैया कुमार ने आज सुबह एक ट्वीट में लिखा था: बिहार में एक कहावत है घर हरावन बाहर जितावन। साहेब भी ऐसा ही कर रहे हैं। अपने देश के विद्यार्थियों, पत्रकारों, विपक्षियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को आंख दिखाते हैं, जेल में डालते हैं और चीन अमेरिका के सामने दुम दबा लेते हैं।

कन्हैया कुमार ने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार में एक नई योजना की शुरुआत किए जाने के दौरान गलवान घाटी में शहीद हुए बिहार रेजिमेंट के शहीदों व बिहार के जवानों के बलिदान की तारीफ करने पर ट्विटर के जरिए हमला किया है। उन्होंने लिखा: साहेब, लाॅकडाउन के वक्त घर पहुंचने की जद्दोजहद में पैदल चलते हुए भूख प्यास से अपनी जान कुर्बान करने वाले भी बिहारी थे। तब तो आपने मुंह सिल लिए और अब चुनाव है तो बिहार के वीरों की शहादत पर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। हाय रे कुर्सी, ऐसी तैसी कर दी।

कन्हैया कुमार का एक और ट्वीट है कि घर में घुसकर मारूंगा, कह कर सत्ता में आने वाला हमारे 20 जवानों की शहादत के बाद कह रहा है कि घर में कोई घुसा ही नहीं, यें फेंकू ही नहीं ये फेंकू ही नहीं, फट्टू भी है।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुक्रवार की शाम गलवान घाटी हमले पर की गई सर्वदलीय बैठक में उनके द्वारा दिए गए एक बयान पर देश में व्यापक तौर पर सवाल उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि न तो कोई हमारी सीमा में घुस आया है, न घुसा हुआ है, न हमारी कोई पोस्ट किसी के कब्जे में है।

प्रधानमंत्री के इस बयान पर राहुल गांधी, सीताराम येचुरी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह सहित कई नेताओं ने सवाल पूछा कि तो फिर हमारे 20 वीर सैनिक शहीद कैसे हो गए। व्यापक आलोचनाओं के बाद कल सरकार की ओर से दो पन्ने के बयान के जरिए इस पर सफाई भी आई थी, हालांकि उसके बावजूद सवाल पूछने का दौर जारी है।

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