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Kanhaiya Mittal : 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे....' को गाने वाले कन्हैया मित्तल कौन हैं?

Janjwar Desk
13 March 2022 8:34 AM GMT
Kanhaiya Mittal : जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे.... को गाने वाले कन्हैया मित्तल कौन हैं?
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 कन्हैया मित्तल : 'भाजपायी नहीं, सनातनी हूं'

Kanhaiya Mittal : कन्हैया मित्तल इन दिनों चर्चाओं में हैं, दरअसल भाजपा-आरएसएस के समर्थकों के बीच उनका गीत 'जो राम को लाए हैं' फेमस हो रहा है.....

Kanhaiya Mittal : उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। जनता ने एक बार फिर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के हाथों में सत्ता की बागडोर सौंप दी है। इन चुनावों में गीतों का खूब बोल बाला रहा है। चुनाव जीतने से पहले और जीतने के बाद से हर जगह भाजपा नेता और उनके समर्थक 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे, दुनिया में फिर से हम भ गवा लहराएंगे' गाने के साथ जश्न मना रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी यह गीत खूब वायरल हो रहा है। आइए जानते हैं इस गीत को किसने लिखा है और कब गाया है।

सात साल की उम्र से गा रहे भजन

कन्हैया मित्तल (Kanhaiya Mittal) इन दिनों चर्चाओं में हैं। दरअसल भाजपा-आरएसएस (BJP-RSS) के समर्थकों के बीच उनका गीत 'जो राम को लाए हैं' फेमस हो रहा है। कन्हैया ने यह गीत छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में लिखा था। कन्हैया पेशे से ठेकेदार हैं। वह सात साल की उम्र से ही खाटू श्याम और बालाजी के भगन गाते आ रहे हैं।

गंगानगर के कन्हैया मित्तल

कन्हैया मित्तल राजस्थान के गंगानगर (Ganganagar) के रहने वाले हैं और हाल के दिनों में चंडीगढ़ में रह रहे हैं। कन्हैया मित्तल भगवान राम (Lord Rama) को अपना आदर्श मानते हैं। उनका कहना है कि उनके मामा सुरेंद्र अग्रवाल की भजन मंडली है। बचपन से उन्हें भजन गाते और लिखते हुए देखा, तभी से उनका संगीत के प्रति रूझान बढ़ता चला गया।

शब्दों को भजन के रूप में पिरोया

कन्हैया के मुताबिक वह भजन गाने के लिए छत्तीसगढ़ भी जाते हैं। रायपुर में कड़े विरोध के बाद दुकानदारों ने राम मंदिर का निर्माण कराया था। वे उसी मंदिर का दर्शन करने के लिए गए थे। जहां दुकानदार आपस में बातें करते हुए कह रहे थे कि लंबे संघर्ष के बाद हम मंदिर में राम को लेकर आ ही गए। इसी चर्चा को उन्होंने शब्दों में पिरोकर 6 दिसंबर को एक भजन का रूप दिया।

'भाजपायी नहीं, सनातनी हूं'

बता दें कि न्यूज 18 के एक कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने भी उन्होंने यह गाना गाया था। मित्तल ने बताया कि दिल्ली में भाजपा पार्षद किरण चोपड़ा के यहां भी उन्होंने यह गाना गाया। गाने के पंद्रह सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि इसे देश-दुनिया में नई पहचान मिली। उन्होंने दावा किया कि यह गाना 50 करोड़ लोगों तक पहुंचा है। हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि मैं भाजपायी नहीं सनातनी हूं। भगवान श्रीराम में मेरी आस्था और विश्वास है।

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