Kanpur Violence Update : पत्थरबाजी करने वालों को 1 हजार और बम फेंकने वालों को दिए गए थे 5 हजार रुपए, SIT का बड़ा दावा
Kanpur Violence Update : पत्थरबाजी करने वालों को 1 हजार और बम फेंकने वालों को दिए गए थे 5 हजार रुपए, SIT का बड़ा खुलासा
Kanpur Violence Update : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपूर (Kanpur) में हुई हिंसा (Kanpur Violence Update) की जांच कर रही एसआईटी ने बड़ा खुलासा करते हुए कोर्ट को बताया है कि नुपूर शर्मा के बयान के खिलाफ भड़की हिंसा में हर पत्थरबाज को एक हजार रुपये और पेट्रोल बम फेंकने वाले को 5000 रुपए प्रति व्यक्ति दिया गया था।
कानपूर हिंसा के लिए की गई थी फंडिंग
एसआईटी ने कहा है कि नई सड़क हिंसा का मुख्य उद्देश्य चन्द्रेश्वर हाता खाली कराना था। इसके लिए बिल्डर हाजी मोहम्मद वसी ने मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी के संगठन को 10 लाख रुपये दिए थे। हाता खाली होने के बाद 90 लाख रुपये और दिए जाने थे। यह खुलासा वसी ने एसआईटी की पूछताछ में किया है।
3 जून को हुई हिंसा की एसआईटी ने कोर्ट में केस डायरी दाखिल की है। उसमें बताया गया कि पत्थरबाजों को हजार रुपए व पेट्रोल बम वालों को 5000 रुपए दिया गया। उपद्रवियों को हिंसा फैलाने के लिए पैसे दिए गए थे। केस डायरी पब्लिक प्रोसिक्यूटर दिनेश अग्रवाल ने दायर की है। वहीं वसी, जफर समेत हिंसा से जुड़े लोगों की एसआईटी डिटेल खंगाल रही है।
ऐसे बनाई गई थी योजना
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बिल्डर वसी से ने पूछताछ में बताया कि चन्द्रेश्वर हाता की जमीन पर उसकी लंबे समय से नजर थी। वह वहां पर अपार्टमेंट के साथ एक मार्केट भी बनवाना चाहता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात हयात जफर हाशमी से हुई। हयात ने बताया कि वह भाजपा नेत्री के आपत्तिजनक बयान पर बंदी कराने वाला है। वसी ने पुलिस को बताया कि यह बात सुनकर उसने हाता खाली कराने की योजना बनाई। इसके लिए उसने हयात से एक करोड़ रुपये में सौदा किया। 10 लाख उसे नकद दे दिए। बाकी रकम भी हाता खाली होने के बाद नकद ही दी जानी थी।
हिंसा पर क्या था सौदा
वसी ने हिंसा के लिए एक दिन में 34 लाख रुपए की दो प्रॉपर्टी बेची। इससे पहले उसने तीन प्रॉपर्टी अप्रेल, फरवरी और दिसंबर में बेची। जिसकी कीमत 35 लाख, 17 लाख और 75 लाख थी। वहीं हाशमी ने मई, दिसंबर और जनवरी में प्रापर्टियां बेची जिसमें 14 लाख, 10 लाख और 7 लाख मिले।
वहीं उीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया कि बिल्डर वसी से पूछताछ में चन्द्रेश्वर हाता खाली कराने के लिए पैसे के लेन-देन की बात सामने आई है। यह पैसा कहां से आना था और कैसे आना था, इसकी जांच की जाएगी। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।