Kanpur News: कानपुर चिड़ियाघर की ट्रॉय ट्रेन ने ली शिक्षिका की जान, चीख मारकर रोए बच्चे, बेटी घंटों सिसकती रही
Kanpur News: कानपुर चिड़ियाघर की ट्रॉय ट्रेन ने ली शिक्षिका की जान, चीख मारकर रोए बच्चे, बेटी घंटों सिसकती रही
Kanpur News: यूपी के कानपुर का चिड़ियाघर (Kanpur Zoo Accident) शनिवार को एक परिवार के लिए मातम का सबब बन गया। यहां चलने वाली ट्रॉय ट्रेन में एक मां की कटकर दर्दनाक मौत हो गई। पास खड़ी बेटी मां..मां, चीखती रही, लेकिन तब तक उसे दुलराने वाली मां उसे छोड़कर जा चुकी थी। चीख-पुकार के बाद इस ट्रॉय ट्रेन को अब दो दिन तक बंद रखा जाएगा।
नवाबगंज स्थित चिड़ियाघर (Zoo Nawabganj) की ट्रॉय ट्रेन में घटना के समय 25 यात्री सवार थे। यात्रियों को जब जोर का झटका लगातो लोग छीखने लगे। महिला को बचाने की सारी कोशिशें नाकाफी साबित हुईं। महज सेकंड भर के भीतर ही वह ट्रेन के नीचे आ गई। घटना के तुरंत बाद सभी यात्रियों को ट्रेन से नीचे उतारा गया। अचानक मची अफरा-तफरी के बाद कुछ बच्चे दहशत में रोने लगे।
देखते ही देखते चिड़ियाघर (Zoo Accident) में मातम पसर गया। इस दौरान जो लोग टिकट लेकर ट्रेन में बैठने का इंतजार कर रहे थे, बारी आने से पहले ही जू से चले गये। पुलिस ने ट्रेन के ड्राइवर और चिड़ियाघर के अधिकारियों से पूछताछ की है। बताया गया कि ट्रेन की दो बोगियां प्लेटफार्म से निकली ही थीं, तभी हादसा हो गया। चीखें सुनकर ड्राइवर ने ट्रोन रोकी लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
जानकारी के मुताबिक रामादेवी की रहने वाली 40 वर्षीय अंजू शर्मा प्राइमरी विद्यालय की शिक्षिका थीं। शनिवार को वह पति सुबोध शर्मा, बेटा अविरल और बेटी अदिति के साथ कानपुर चिड़ियाघर घूमने पहुंची थीं। बाकी लोगों की तरह अंजू ने भी परिवार सहित ट्रॉय ट्रेन में धूमने के लिए टिकट खरीदी ती। सभी के बैठ जाने के बाद अंजू जैसे ही ट्रेन में चढ़ने लगी, पोल में फंस गईं। और फिर पहिये की चपेट में आ गईं।
ये मिली खामियां
कल से लेकर जांच टीम पहुंचने तक चिड़ियाघर प्रशासन मामले को दबाने में लगा रहा। आज रविवार 27 नवंबर को फॉरेंसिक टीम ने मौके पर जाकर जांच की तो ट्रेन खामियों से भरी नजर आई। निदेशक केके सिंह बोलने से कतराते रहे। जबकि अन्य मातहतों ने दबी जुबान बताया कि ट्रेन जुगाड़ से चल रही थी। बस के इंजन को ट्रेन में फिट किया गया था। मानक के मुताबिक ट्रेन की स्पीट 20 किमी/घंटा नहीं होनी चाहिये, लेकिन इस इंजन को लगाकर ट्रेन को मन मुताबिक रफ्तार से दौड़ाया जाता रहा।
इसके अलावा जिस निजी कंपनी को ट्रेन का जिम्मा सौंपा गया उसने एक गार्ड तक नहीं रखा। और तो और ड्राइवर भी अनाड़ी था। यही वजह रही की जब शिक्षिका इसमें फंसकर घिसटने लगी तो पीछे से बच्चों के चिल्लाने पर भी ट्रेन नहीं रोकी जा सकी। जिससे इतना बड़ा हादसा हुआ।
दो दिन बंद रहेगी ट्रॉय ट्रेन
शहर के चिड़ियाघर की इस बाल ट्रेन से पहली बार किसी की मौत हुई है। पुलिस की जांच के दौरान चिड़ियाघर प्रबंधन (Zoo Staff) ने अगले दो दिन तक ट्रेन को नहीं चलाने का फैसला किया है। प्रबंधन के अनुसार ट्रेन और ट्रैक की पूरी जांच की जाएगी, यदि किसी तरह की कोई खामी मिलती है तो मरम्मत के बाद ट्रेन चलाई जायेगी। इस बीच चिड़ियाघर रोज की तरह खुलता रहेगा।