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Karnataka News : HDMC ने भगवा साजिश को किया नाकाम, हुबली ईदगाह मैदान से सावरकर और तिलक वाला पोस्टर पूजास्थल से हटाया

Janjwar Desk
1 Sep 2022 8:50 AM GMT
Karnataka News : एचडीएमसी ने भगवा साजिश को किया नाकाम, हुबली ईदगाह मैदान से सावरकर और तिलक वाला पोस्टर पूजास्थल से हटाया
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Karnataka News : एचडीएमसी ने भगवा साजिश को किया नाकाम, हुबली ईदगाह मैदान से सावरकर और तिलक वाला पोस्टर पूजास्थल से हटाया

Karnataka News : हुबली धारवाड़ नगर निगम ( HDMC ) ने अदालत की ओर से जारी गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले वीर सावरकर ( Veer Savarkar ) और बाल गंगाधर तिलक ( Bal Gangadhar Tilak ) वाला पोस्ट गणेश पूजा ( Ganesh Pooja ) के लिए बनाए गए मंच के पीछे से हटा दिया।

Karnataka News : लंबे अरसे बाद कानूनी लड़ाई के बाद भगवा ब्रिगेड ( saffron Brigade) को हुबली ईदगाम ( Hubli Idgah maidan ) मैंदान में पहली बार गणेश पूजा ( Ganesh Pooja ) करने की इजाजत तो मिल गई लेकिन हुबली-धारवाड़ नगर निगम ( HDMC ) ने इस मामले में दक्षिणपंथियों की साजिश ( saffron conspiracy )को नाकाम कर दिया। एचडीएमसी ने अदालत की ओर से जारी गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले वीर सावरकर ( Veer Savarkar ) और बाल गंगाधर तिलक ( Bal Gangadhar Tilak ) वाला पोस्ट गणेश पूजा के लिए बनाए गए मंच के पीछे से हटा दिया। यह काम एचडीएमसी के अधिकारियों ने हुबली के ईदगाह मैदान ( Hubli Idgah maidan ) में गणेश चतुर्थी समारोह के दौरान रातोंरात हटा दिया।

हुबली-धारवाड़ नगर निगम ( HDMC ) के अधिकारियों ने कहा कि वीर सावरकर ( Veer Savarkar ) और बाल गंगाधार वाला ( Bal Gangadhar Tilak ) पोस्टर कोर्ट के आदेशों के अनुरूप न होने की वजह से हटा दिया गया है। दोनों पोस्टर को अदालती आदेशों का उल्लंघन होने के आरोप में हटाया गया है। वीर सावरकर की तस्वीर भी गणेश प्रतिमा के बगल में रखी गई थी। सावरकर का एक पोस्टर भी लगाया गया था।

प्रह्लाद जोशी : सावरकर का पोस्टर होने में गलत क्या है?



एचडीएमसी के अधिकारियों के मुताबिक ईदगाह मैदान ( Hubli Idgah maidan ) में रानी चेन्नम्मा मैदान गजानन उत्सव महामंडल कार्यक्रम के मुख्य द्वार के बाहर वीर सावरकर की तस्वीर वाला एक बैनर प्रदर्शित किया गया था। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को कहा कि सावरकर की तस्वीर को बैकग्राउंड में रखा गया था। जोशी ने कहा कि गणेश पूजा आयोजकों का मानना ​​है कि सावरकर एक महान देशभक्त हैं इसलिए उनकी तस्वीर को वहां रखा गया, इसमें गलत क्या है।

दो दिन पहले कर्नाटक उच्च न्यायालय ने हुबली के ईदगाह मैदान ( Hubli Idgah maidan ) में गणेश चतुर्थी समारोह आयोजित करने की इजाजत हिंदू संगठनों को दी थी। इससे पहले अंजुमन ए इस्लाम द्वारा दायर याचिका को कर्नाटक हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। अदालती आदेश में कहा गया है कि हुबली ईदगाह मैदान हुबली-धारवाड़ नगर निगम की संपत्ति है। वे जिसे चाहें जमीन आवंटित कर सकते हैं। अदालत के इस रुख के बाद हुबली ईदगाह मैदान में पहली बार हिंदू त्योहार मनाया जा रहा है। हुबली में ईदगाह मैदान दशकों से 2010 तक एक अदालती विवाद में फंसा हुआ था। जब सुप्रीम कोर्ट का बेंगलुरु ईदगाह मैदान को लेकर फैसला आने के बाद धारवाड़ हाईकोर्ट ने कहा कि हुबली ईदगाह मैदान का मसला उससे अलग है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट का आदेश हुबली ईदगाह मैदान पर लागू नहीं होता।

ये है हुबली ईदगाह मैदान का इतिहास

Karnataka News : 1921 में इस्लामिक संगठन अंजुमन ए इस्लाम को नमाज अदा करने के लिए 999 साल के लिए जमीन पट्टे पर दी गई थी। आजादी के बाद परिसर में कई दुकानें खोली गईं। इसे अदालत में चुनौती दी गई और एक लंबी मुकदमेबाजी की प्रक्रिया 2010 में दुकानों को ईदगाह मैदान ( Hubli Idgah maidan ) से हटा दिया गया। शीर्ष अदालत ने साल में दो बार नमाज की इजाजत जरूरी दी है, लेकिन जमीन पर कोई स्थायी ढांचा नहीं बनाने की इजाजत नहीं दी गई है।

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