फारुक अब्दुल्ला से क्रिकेट एसोसिएशन के 43 करोड़ रुपये हेर-फेर के मामले में इडी की पूछताछ
जनज्वार। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कान्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला से जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के 43 करोड़ रुपये के हेरफेर के मामले में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम पूछताछ कर रही है। उनसे श्रीनगर में इडी के दफ्तर में पूछताछ की जा रही हैै। अब्दुल्ला आज दिन में पूछताछ के लिए पेश हुए हैं।
फारुक अब्दुल्ला जब जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे तब कथित रूप से 43 करोड़ रुपये की अनियमितताएं हुईं थीं। इसी मामले में इडी उनसे पूछताछ कर रही है।
Enforcement Directorate is questioning former J&K CM Farooq Abdullah in connection with the alleged misappropriation of Rs 43 crores when he was the chairman of J&K Cricket Association https://t.co/GegJI6Ef9E pic.twitter.com/vu6rBYWk8W
— ANI (@ANI) October 19, 2020
उधर, फारुक अब्दुल्ला के पुत्र उमर अब्दुल्ला ने इस मामले में ट्वीट कर इसे राजनैतिक प्रतिशोध बताया है। उन्होंने कहा है कि पीपुल्स अलायंस के गठन के बाद ऐसा किया जा रहा है। उमर अब्दुल्ला ने यह भी स्पष्ट किया है कि फारुक अब्दुल्ला के घर पर छापा नहीं मारा गया है।
जम्मू कश्मीर में छह दलों ने राज्य का स्पेशल स्टेटस बरकरार रखने के लिए गठबंधन बनाया है। उमर का आरोप है कि इसी वजह से राजनैतिक प्रतिशोध के लिए यह कार्रवाई की गई है।
The party will be responding to this ED summons shortly. This is nothing less then political vendetta coming days after the formation of the People's Alliance for Gupkar Declaration. To set the record straight no raids are being conducted at Dr Sahib's residence.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 19, 2020
दरअसल, फारुक अब्दुल्ला सहित जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के 10 पदाधिकारियों पर यह आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्रिकेट बाॅडी को लैंडिंग एजेंसी में बदल दिया और नकली खातों का 2005 से 2012 के बीच संचालन किया।
यह मामला मार्च 2012 में तब सामने आया जब एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष मंजूर वजीर ने एसोसिएशन के पूर्व महासचिव मोहम्मद सलीम खान और पूर्व कोषाध्यक्ष अहसान मिर्जा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। इसके बाद इस मामले में जल्द ही 40 लोगों का नाम शामिल किया गया। इसके बाद उमर अब्दुल्ला को इस पद से हटना पड़ा। वे उससे पहले तीन दशकों तक इसके अध्यक्ष पद पर काबिज रहे।
इडी ने एसोसिएशन के फंड के गबन व मनी लाउंड्रिंग मामले में 2.6 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की है। ऐसा फरवरी में एक बयान में बताया गया था। इडी की यह कार्रवाई सीबीआइ द्वारा दर्ज किए गए एफआइआर के आधार पर है।