चीन से तनाव को लेकर पूर्वी लद्दाख में भारत ने तैनात किए एयर डिफेंस सिस्टम
जनज्वार। 15 जून की गलवान घाटी झड़प के बाद भारत एवं चीन के बीच तनाव तरम पर है। भारत व चीन के बीच विभिन्न स्तरों की वार्ता होने के बावजूद हालात सामान्य होते नहीं दिख रहे हैं। इस बीच भारत ने उत्तरी लद्दाख में अपने एयर डिफेंस सिस्टम तैनात कर दिया है। भारत ने यह तैयारी चीनी सेना के की बड़े कदम का जवाब देने के लिए की है।
भारतीय वायुसेना तिब्बत एवं शिनिजियांग में स्थित हवाई ठिकानों पर नजरें रखे हुए है। आवश्यकता पड़ने पर एकीकृत तरीके से जवाबी कार्रवाई के उपाय किए गए हैं। भारत की ओर स्वदेश आकाश, इजराइली स्पाइडर और सोवियत मूल का पिकोरा ओएसए-एके सिस्टम रक्षात्मामक उपाय में शामिल किए गए हैं। एयर डिफेंस सिस्टम में लड़ाकू जेट, हेलीकाॅप्टर और मानव रहित हवाई हवाई जहाज शामिल हैं।
भारत ने लद्दाख के अग्रिम हवाई ठिकानों पर सुखोई - 30 एमकेआइ, मिग 29 और जगुआर बमवर्षक तैनात किया है। टाइम्स न्यूज नेटवर्क की खबर के अनुसार, वर्तमान में होटान एयरबेस पर 35 से 40 के करीब जे - 11 एवं जे - 8 व अन्रू फाइटर जेल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा कुछ निगरानी करने वाले अवाक्स विमान व हथियारबंद ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। उधर, चीन ने भी काशगर में छह से लेकर आठ एच-6के बमवर्षक विमान तैनात किए हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स ने इस संदर्भ में एक अधिकारी के हवाले से लिखा है कि हमने चीनी सेना की ओर से सैन्य निर्माण का जवाब देते हुए अपनी तैनाती को मजबूत किया है। हम एलएसी पर कड़ी निगरानी कर रहे हैं और पीएलए की किसी भी धमकी भरी कार्रवाई का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
22 जून को एलएसी पर तनाव वाले मुद्दों को लेकर भारत एवं चीन के बीच सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता हुई थी। हालांकि इसके बाजवूद चीनअपनी कार्रवाई से रुका नहीं और उसने सैनिक, सैन्य वाहन व निर्माण कार्य के लिए अन्य मशीनों की संख्या 15 जून के टकराव वाले स्थल पर बढा दी।