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कश्मीर

कौन था सैफुल्लाह उर्फ ​​गाजी हैदर, जो मारा गया पुलिस इनकाउंटर में

Janjwar Desk
2 Nov 2020 1:42 PM GMT
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26 वर्षीय सैफुल्लाह मीर उर्फ ​​गाजी हैदर 2014 में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो गया था और वर्तमान में वह जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन का ऑपरेशनल चीफ था...

जनज्वार। सैफुल्लाह उर्फ गाजी हैदर हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा हुआ था। वह हिजबुल का आतंकी कमांडर था। डॉ. सैफुल्लाह के नाम से जाना जाने वाला यह आतंकी ए श्रेणी का वांछित आतंकी था। सैफुल्लाह की पैठ ज्यादातर पुलवामा, कुलगाम और शोपियां के दक्षिणी कश्मीर जिलों में रहती थी।

सैफुल्ला मीर के पास उपलब्ध आधिकारिक विवरण के अनुसार वह मुसाहिब और डॉक्टर सैफ के नाम से जाना जाता थां। ऐसा इसलिए क्योंकि वह मुठभेड़ों में घायल हुए आतंकवादियों का इलाज करता था। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के मलंगपोरा मूल का सैफुल्लाह 12 वीं कक्षा पास था।

26 वर्षीय सैफुल्ला मीर उर्फ ​​गाजी हैदर 2014 में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो गया था और वर्तमान में वह जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन का ऑपरेशनल चीफ था।

शीर्ष पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सैफुल्ला मीर ने स्कूल के बाद व्यावसायिक प्रशिक्षण का विकल्प चुना। एक बार उसने सरकार द्वारा संचालित जैव-विज्ञान पाठ्यक्रम पूरा कर लिया था।

सैफुल्लाह के इनकाउंटर से पहले सुरक्षाबलों को पक्की खबर मिली थी कि श्रीनगर के बाहरी इलाके रंगरेथ में एक घर में कुछ आतंकवादी छिपे हुए हैं। सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया। आतंकवादियों ने खुद को घिरा पाकर सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी और जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया, जबकि एक को गिरफ्तार किया गया।

मारे गए आतंकवादी की जब पड़ताल हुई तो पता चला कि जिस आतंकवादी को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है, वह कोई और नहीं बल्कि हिज्बल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर सैफुल्लाह है। गौरतलब है कि इसी रियाज़ नायकू के बाद हिजबुल का दूसरा बड़ा कमांडर मारा गया है।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते गुरुवार 29 अक्टूबर को कुलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें बीजेपी के तीन नेता फिदा हुसैन, उमर आजम और उमर रशीद बेग की हत्या कर दी गई थी। इस हमले का मास्टरमाइंड भी सैफुल्लाह को बताया जा रहा है। इस हत्याकांड के 72 घंटे में बाद ही आतंकी सैफुल्लाह को भी पुलिस ने इनकाउंटर में मार डाला।

सैफुल्लाह के एनकाउंटर के बाद कश्मीर डीजीपी दिलबाग सिंह ने मीडिया को बताया, बीजेपी नेताओं की हत्या के बाद से ही इसके साजिशकर्ताओं की तलाश हो रही थी। पता चला था कि इन हमलों मे सैफुल्ला का हाथ है, उसके बाद से उसे ट्रैक करने की कोशिश की जा रही थी। उसने घाटी के दर्जनों लड़कों को आतंकी बनाया और पाकिस्तान के आतंकियों को कश्मीर में घुसने का रास्ता मुहैया करवाया। डीजीपी का कहना है कि सैफुल्लाह के मारे जाने से जम्मू कश्मीर में शांति की उम्मीद बढ़ेगी।

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