केरल में भाजपा ओबीसी मोर्चा के सचिव रंजीत श्रीनिवासन की घर में घुसकर बेरहमी से हत्या, अलप्पुझा में धारा 144 लागू
Kerala Crime News: केरल के अलप्पुझा (Alappujha) में राजनीतिक हत्याओं का दौर जारी है। शनिवार को डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के नेता की हत्या के बाद केरल (Kerala) के अलप्पुझा जिले में रविवार 19 दिसंबर 2021 की सुबह भाजपा के नेता रंजीत श्रीनिवास की हत्या कर दी गई। 40 वर्षीय रंजीत श्रीनिवास (Ranjeet Srinivas) केरल में भाजपा के OBC मोर्चा के सचिव थे। वह ओबीसी मोर्चा के अलावे भाजपा प्रदेश समिति के सदस्य भी थे। पुलिस को आशंका है कि भाजपा नेता की हत्या बदले की भावना से की गई है।
जानकारी के अनुसार, रविवार 19 दिसंबर की सुबह हमलावरों ने भाजपा नेता श्रीनिवास के घर में घुस कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी। अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई। पेशे से वकील रंजीत श्रीनिवास साल 2016 के केरल विधानसभा चुनाव में अलप्पुझा सीट से भाजपा के उम्मीदवार थे। 12 घंटे के भीतर भाजपा और SDPI के दो बड़े नेताओं की हत्या के कारण अलप्पुझा जिले (Murder In Alappujha) में तनाव का माहौल है। दो राजनीतिक हत्याओं ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया और जिले में दो दिनों के लिए निषेधाज्ञा धारा 144 (Section 144 in Alappujha) लगा दी गई।
वहीं, SDPI के राज्य सचिव 38 वर्षीय शान केएस (K S Shan) की शनिवार 18 दिसंबर की रात अज्ञात गिरोह ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। SDPI नेता पर उस समय हमला किया गया, जब वह अपने स्कूटर पर मन्नाचेरी में घर लौट रहे थे। पुलिस ने कहा कि एक कार में आए हमलावरों ने पहले उसके दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी और नीचे गिरने पर उसे बार-बार चाकू मार दिया। पीड़ित को कई फ्रैक्चर और सिर में चोटें आईं और बाद में एर्नाकुलम के एक निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। केएस शान की पार्टी एसडीपीआई (SDPI) ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का हाथ है।
इस घटना के 12 घंटे से भी कम समय में भाजपा ओबीसी मोर्चा के नेता रंजीत श्रीनिवासन की रविवार को बेरहमी से हत्या कर दी गई। रंजीत श्रीनिवास (Ranjeet Sriivas Murder) की हत्या के पीछे पीपल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (Peoples Front of India) को जिम्मेदार माना जा रहा है। वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन (Kerala Chief Minister) ने अलाप्पुझा में दो राजनीतिक हत्याओं की निंदा की और कहा सरकार किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं देगी। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इन हत्याओं की निंदा की है और कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है।