Kerala News: केरल में 'पार्टनर स्वैपिंग' रैकेट का भंडाफोड़, गैर मर्दों के साथ पत्नियों को करते थे एक्सचेंज
केरल में 'वाइफ स्वैपिंग' रैकेट का हुआ खुलासा
Kerala News: केरल के कोट्टायम में पत्नियों की अदला-बदली के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया के जरिए कई ग्रुप्स बनाए गए थे जिसमें करीब एक हजार कपल्स को जोड़ा गया था। पति-पत्नी के अदला बदली के रैकेट(Husband Wife Exchange Racket) में शामिल रहे 7 लोगों को पुलिस ने कोट्टायम (Kottayam) से गिरफ्तार किया है। वहीं, 25 से अधिक लोग पुलिस की निगरानी में हैं। अगले कुछ दिनों में और लोगों की गिरफ्तारी होगी।
पीड़ित पत्नी ने किया रैकेट का खुलासा
जानकारी के अनुसार, पार्टनर एक्सचेंज रैकेट (Partner Exchange Racket) के एक सदस्य की पत्नी ने ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराया जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। महिला ने केरल के करुकचल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उसके पति ने उसे दूसरे पुरुषों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। महिला ने बताया कि उसके साथ अननैचुरल सेक्स किया गया। आरोपी पति को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस को बड़े नेटवर्क के सुराग मिले। पुलिस ने बताया है कि कपल एक्सचेंज रैकेट से करीब 1000 कपल्स जुड़े थे।
सोशल मीडिया पर पत्नियों की अदली बदली
पुलिस ने कहा कि रैकेट के 7 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और 25 लोगों पर नजर रखी जा रही है। गिरफ्तार किए गए लोग कोट्टायम, पथनमथिट्टा और अलापुझा जिले के हैं। कराकुचल पुलिस ने बताया कि यह रैकेट फेसबुक और टेलीग्राम जैसे कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑपरेट करता था। अधिकारियों ने बताया कि रैकेट के सदस्यों में कई हाई-प्रोफाइल लोग भी शामिल हैं। रैकेट में शामिल कपल्स जब भी मिलते थे, अपनी पत्नियों को एक्सचेंज करते थे। कई बार एक महिला को एक ही समय पर तीन पुरुष शेयर करते थे। कई सिंगल लड़के दूसरे पुरुषों के पत्नियों को शेयर करने के लिए पैसे भी चुकाते थे।
ग्रुप्स में एक्सचेंज होती थीं पत्नियां
एक अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए एक जैसे लोगों को चुना जाता था और प्राइवेट 'कपल स्वैपिंग' (Couple Swapping Racket) ग्रुप्स में पत्नियां एक्सचेंज की जाती थीं। इस रैकेट से कई लोग फेसबुक से जुड़े थे। रैकेट फेक सोशल मीडिया अकाउंट का इस्तेमाल करता था, इसलिए इससे जुड़े सभी लोगों को पकड़ पाने में समय लगेगा। पुलिस ने कहा कि इस मामले की गहरी जांच की जा रही है। मामले से जुड़े लोगों की सारी जानकारी निकाली जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या इस ग्रुप के लोग किसी और ग्रुप के साथ भी रिलेशनशिप में हैं। कपल एक्सचेंज रैकेट में शामिल लोग पहले टेलीग्राम (Telegram) और मैसेंजर (Messenger) ग्रुप्स में शामिल होते थे, फिर एक-दूसरे से मिलते थे। इसके पीछे एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है और हम इस मामले के बाकी आरोपियों की तलाश में है।