Kisan Andolan : सोशल मीडिया पर जारी है जीत पर जश्न की बधाई - 'हारी सरकार, जीता किसान' कर रहा है ट्रेंड
Kisan Andolan : एक साल से ज्यादा समय से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने 378वें दिन घर वापसी का ऐलान कर दिया है। मोदी सरकार ने किसानों की लगभग सभी मांगें मान ली है। किसानों की प्रमुख मांग कृषि कानूनों की वापसी थी, जिसे सरकार ने पहले ही मान लिया था। अब केंद्र के एक प्रस्ताव पर एसकेएम और सरकार की सहमति बन गई है। किसानों ने 11 दिसंबर यानि कल घर वापसी करने का ऐलान किया है। घर वापसी की घोषणा के बाद से आंदोलन की हार जीत को लेकर बयानबाजी भी चरम पर है। सोशल मीडिया पर हारी सरकार और जीता किसान खूब ट्रेंड कर रहा है। दूसरे दिन भी यह ट्रेंड बदस्तूर जारी है।
किसान एकता मोर्चा ने #FarmersWon से लिखा है एक साल तक संघर्ष चला। सरकार ने किसानों को यातना देने और अपमानित करने का काम किया, लेकिन दृढ़ संकल्प, एकता और धैर्य ने हमारे किसानों को इस लड़ाई में जीत दिलाई है। इस जीत के लिए किसान बधाई के पात्र हैं।
सरकार ने किसानों को दबाने के लिए अपनाए सस्ते हथकंडे
मनकौर नाम के एक यूजर ने ट्विट किया है कि केंद्र सरकार ने उन्हें दबाने के लिए सस्ते हथकंडे अपनाए हैं, लेकिन किसानों के खिलाफ उनका हथकंडा काम नहीं आया। किसान आंदोलन से पूरे भारत में एकता की शक्ति का पता चला है।
हमें तो अंधभक्तों की तलाश है
साहित खटक् ने लिखा है, मुझे अब भी उन अन्धभगतों की तलाश है जो कह रहे थे कि कानून कभी निरस्त नहीं होंगे और सरकार हमारी मांगों को स्वीकार नहीं करेगी।
क्रांति गुलाबों की सेज नहीं
Spartacus @SDey83 नामक यूजर ने किसानों के शुरुआती आंदोलन के दौरान के संघर्ष का फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि यह क्रांति गुलाबों की सेज नहीं थी। इसके लिए किसानों ने मजबूती और कठिन संघर्ष का परिचय दिया और सरकार को झुकने के लिए मजबूर होना पड़ा।
किसान मजदूर एकता जिंदाबाद
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर किसानों के जश्न मनाते हुए फोटो शेयर किए हैं। उन्होंन लिखा की किसान जीत गए, वाहेगुरू जी का शुक्रिया, किसान मजदूर एकता जिंदाबाद। शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि 'मैं आज किसानों को उनकी जीत पर बधाई देती हूं। लेकिन, कृषि कानूनों के खिलाफ अपने साल भर के विरोध प्रदर्शन के दौरान 700 किसानों की जान चली गई। हम हमेशा किसानों के साथ खड़े रहेंगे।