NoVoteToBJP : जानिए ट्वीटर पर क्यों ट्रेंड कर रहा 'नो वोट टू बीजेपी', लोग क्यों हैं इतने खफा?
(ट्वीटर पर ट्रेंड हो रहा नो वोट टू बीजेपी)
image/twitter
NoVoteToBJP: ट्वीटर पर भाजपा का विरोध हो रहा है। 'नो वोट टू बीजेपी' ट्रेंड कर रहा है। इस ट्रेंड के जरिए अपील की जा रही है कि भाजपा को वोट ना दें। भाजपा को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में शिकस्त देने की अपील की जा रही है। इस अपील का कारण किसानों को बताया जा रहा है।
ट्रेंड में चल रहे ट्वीट्स के जरिए भारतीय जनता पार्टी को किसान विरोधी बताया जा रहा है। कई ट्वीट्स में 700 किसानों के मरने का भी जिक्र है। तो कुछ में सरकार को कोसा जा रहा है। लोग यह भी कह रहे हैं कि अगर सरकार वक्त रहते यह कठिन काम कर लेती तो हमारे इतने लोगों की जान नहीं गई होती।
BJP govt hs jst befooled people by making fake promises
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) February 4, 2022
In the approaching elections, every voter must wisely think and vote for the right one#NoVoteToBJP pic.twitter.com/UXKNT8nQdC
किसान एकता मोर्चा नाम के ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है कि, 'भाजपा सरकार ने झूठे वादे कर लोगों को किया बेवकूफ आने वाले चुनावों में, प्रत्येक मतदाता को समझदारी से सोचना चाहिए और सही को वोट देना चाहिए।' #NoVoteToBJP
Punish the anti-farmer BJP in the assembly elections in Five States . Sanjukat Kisan Morcha's appeal to the people of the States .Vote ki Chot do .Do not vote for a party which hates farmers.
— Prabhjot Singh Sandhu (@PrabjotSandhu77) February 4, 2022
👉🏻 #NoVoteToBJP pic.twitter.com/6McuB2qpZ8
प्रभजोत सिंह संधू नामक यूजर ने लिखा है, 'पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में किसान विरोधी भाजपा को सजा दें। संजुकट किसान मोर्चा की राज्यों की जनता से अपील।वोट की चोट करो। ऐसी पार्टी को वोट मत दो जो किसानों से नफरत करती हो।'
Nothing can be as atrocious as Hatred & nothing can be as Vicious as Death & Farmers have faced all this during an year long protest due 2 the incompetency of a self obsessed leader whose party is fully drenched with ego and arrogance.#NoVoteToBJP pic.twitter.com/KDU672hgfI
— Gautam Kumar (@k60117195) February 4, 2022
गौतम कुमार नाम के यूजर ने लिखा, नफ़रत जैसी जघन्य कुछ भी नहीं हो सकती है और मौत के रूप में भयानक कुछ भी नहीं हो सकता है और किसानों ने एक साल के लंबे विरोध के दौरान यह सब झेला है 2 एक आत्म-जुनूनी नेता की अक्षमता, जिसकी पार्टी पूरी तरह से अहंकार और अहंकार से लदी हुई है।