Kushinagar Update : कुशीनगर हादसे में वो चेहरे जो खुद जान की बाजी लगाकर दूसरों को दे गये नई जिंदगी
(दूसरों को बचाकर खुद जान दे गई पूजा और बेटे को खोजने में 23 को निकालने वाले मुनीब)
Kushinagar Update: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर हादसे (Kushinagar Accident) में जान गंवाने वाली 21 वर्षीय पूजा यादव (Pooja Yadav) जान देकर भी बहादुरी की जो मिशाल पेश कर गई वह अपने आप में अदभुत है। पूजा की बहादुरी का हर कोई कायल हो गया है। पूजा ने मरने से पहले 5 लोगों की जान बचाई थी। छठे को बचाते वक्त अपनी जिंदगी से जंग हार गई। सेना में हवलदार बलवंत यादव की बिटिया सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रही थी।
दूसरे सख्श रहे मुनीब कुशवाहा (Munib Kushwaha)। बताया जा रहा कि बेटे सत्यम की तलाश में मुनीब कुएं में नीचे उतरते गए। उन्होंने सीढ़ी पर चढ़कर रस्सी के सहारे कुएं में गिरे सभी 23 लोगों को बाहर निकाल लिया। बताया जा रहा है कि इनमें से 10 लोग ऐसे थे जिन्हें तत्काल नहीं निकाला जाता तो जान बचनी मुश्किल थी। कुशीनगर हादसे के गम में डूबे मनीब की आज हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
कुशीनगर के नौरंगिया गांव के रहने वाले 45 साल के मुनीब कुशवाहा के साले नेबुआ नौरंगिया (Naurangiya) थाना क्षेत्र के कुकुरहा गांव निवासी भीम सिंह कुशवाहा उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में एसडीएम के पद पर तैनात हैं। बुधवार की काली रात को ही भीम सिंह के रिश्तेदार रामकोला थाना क्षेत्र के रघ्घु छपरा के प्रधान लालसाहब के यहां से बारात नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के विजयी छपरा गांव में आयी थी। इस बारात में शरीक होने मुनीब भी गए थे।
घर लौटते समय मुनीब ने कुएं के पास लोगों में भगदड़ देखा, जिसे नजरअंदाज करते हुए वह बाइक से अपने घर पहुंच गए। घर जाने पर परिजनों से पता चला कि कुछ लोग कुएं में गिर गये हैं और उसका बेटा सत्यम भी घर पर नहीं है। इस पर मुनीब बेचैन होकर घर से लेकर कुएं तक दो बार गए लेकिन सत्यम का पता नहीं चला।
इनपर हुई कार्रवाई
जनपद कुशीनगर के नौरंगिया गांव में हुए हादसे में लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों पर गाज गिर चुकी है। वहीं कोटवा सीएचसी पर तैनात फार्मेसिस्ट को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा दो एंबुलेंस चालकों को बर्खास्त कर दिया गया है। सीएचसी प्रभारी को भी हटाये जाने की सूचना है।