Jharkhand News : लोहा गलाने की भट्ठी में गिरा मजदूर, पल भर में जलकर हुआ खाक
(घटना के बाद फैक्ट्री में काम कर रहे अन्य मजदूर दहशत में हैं। प्रतीकात्मक तस्वीर)
Jharkhand News हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग जिले (Hazaribagh District) से एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई, जिसे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जायेंगे। मामला हजारीबाग के चरही थाना क्षेत्र के दुधी नदी किनारे स्थित चिंतपूर्णी स्टील एंड आयरन फैक्ट्री (Chintpoorni Steel And Iron Factory) है। जानकारी के अनुसार, लोहा फैक्ट्री के लोहा गलाने वाली भट्ठी में गिरने से एक मजदूर (Labour) की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान 35 वर्षीय विकास यादव के रुप में की गई है। बताया जा रहा है कि वह बिहार के बांका जिले का रहने वाले था और लोहा फैक्ट्री (Iron Factory) में मजदूरी का काम करता था। घटना बुधवार देर रात्रि 11 बजे की है।
मिली जानकारी के अनुसार, जब यह दर्दनाक हादसा हुआ, उस वक़्त विकास लोहा गलाने वाली भट्ठी (Iron Smulting Furnace) के ठीक ऊपर काम कर रहे थे। काम करने के दौरान अचानक वे लोहा गलाने वाले भट्ठी में गिर पड़े। जब तक कोई कुछ समझ पाता तब तक विकास जलकर राख हो चुके थे। उनके साथ काम कर रहे अन्य मजदूरों को उन्हें बचाने तक का मौका नहीं मिला और आग की भट्ठी में गिरते ही उनका शरीर धू-धू कर जल उठा।
खबरों के मुताबिक घटना के बाद प्लांट की एक यूनिट का काम बंद कर दिया गया है। वर्तमान में यहां दो सौ मजदूर काम कर रहे हैं। सभी मजदूर यूपी के संवेदक धर्मपाल यादव द्वारा लाए गए थे। हादसे के बाद प्लांट की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि हंगामा होने के डर से ही आनन-फानन में मजदूर के शव को देर रात ही प्लांट से हटा दिया गया।
घटना के बाद फैक्ट्री (Factory) में काम कर रहे अन्य मजदूरों में आक्रोश का माहौल है। चरही थाना के प्रभारी आनंद आज़ाद (Anand Azad) इस मामले की जांच कर रहे हैं। काम कर रहे मजदूरों के अनुसार फैक्ट्री में सुरक्षा उपकरणों (Security Tools) का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, फैक्ट्री प्रबंधन (Factory Management) के इसी लापरवाही के कारण ये बड़ा हादसा हो गया। आक्रोशित मजदूरों ने प्रशासन से पूरे घटना की जांच की मांग की है और मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने की भी मांग की है।
आपको बता दें की लोहा गलाने की भट्ठी का तापमान (Temperature) करीब 1538 डिग्री सेल्सियस होता है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इतने उच्च तापमान के आस पास भी जाने से इंसान का शरीर बुरी तरह झुलस सकता है। जरा सोचिये की जब विकास का इस आग के भट्ठी में गिरते ही क्या हाल हुआ होगा।
जब मानव शरीर 50 डिग्री सेल्सियस का तापमान भी नहीं सह सकता तो 1538 डिग्री तापमान पर विकास का क्या हाल हुआ होगा इसकी कल्पना से भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इतने उच्च तापमान पर किसी भी सजीव को जलाने में कुछ ही सेकेंड का समय लगता है। फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों का आरोप है कि स्टील फैक्ट्री में काम के दौरान सुरक्षा मानकों का ख्याल नहीं रखा जाता है औऱ सभी मजदूर अपनी जान दांव पर लगाकर काम करने को मजबूर होते हैं।