Lakhimpur Kheri Case : संयुक्त किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव को किया निलंबित, ये है बड़ी वजह
योगेंद्र यादव को मिली लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गये भाजपा नेता शुभम मिश्रा के परिवार से मिलने की सजा, संयुक्त किसान मोर्चा ने किया निलंबित
Lakhimpur Kheri Case : लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के बाद से किसान आंदोलन में नया मोड़ आ गया है। ताजा मामला लखीमपुर खीरी में शहीद हुए किसानों के भोग में शामिल होने के बाद उसी में मारे गए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर संवेदना प्रकट करने के लिए गए किसान नेता योगेन्द्र यादव ( Yogendra Yadav ) से जुड़ा है। इस मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ( SKM ) ने उन्हें एक माह के लिए मोर्चा से निलंबित कर दिया है। इसकी मांग पंजाब के किसान संगठनों ने की थी। उन्हें इस एक महीने की अवधि के लिए नौ सदस्यीय कमेटी और संयुक्त किसान मोर्चा की गतिविधियों से दूर रहने के लिए कहा गया है। हालांकि, योगेंद्र यादव ने अपने कृत्य के लिए किसानों से माफी भी मांगी ली है।
शुभम मिश्रा के घर जाने के बाद योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर बताया है कि क्या इस विजिट ने इस नरसंहार में मंत्री और उनके बेटे की दोषी होने के बारे में मेरे विचार बदल दिए? नहीं...। क्या इसने यूपी और केंद्र सरकार पर मेरे गुस्से को शांत किया? नहीं...। क्या इसने मुझे प्रश्न और चिंताओं के साथ छोड़ दिया कि हमें किसके लिए शोक करना चाहिए और हमें कैसे प्रतिक्रिया करनी चाहिए? हां... ,
SKM ने की थी इस बात की मांग
दरअसल, लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Case) में शहीद हुए किसानों के भोग में शामिल होने के बाद योगेन्द्र यादव उसी जगह मारे गए बीजेपी के कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिवार से समवेदना व्यक्त करने गए थे। योगेंद्र यादव ने मुलाकात के दौरान शुभम की मौत पर अफसोस भी व्यक्त किया था। इस बारे में एक ट्वीट कर जानकारी भी साझी की थी। उसके बाद विरोधी पक्ष के मृतक के परिवारजनों से समवेदना व्यक्त करने के विचार को स्पष्ट करते हुए 'द प्रिंट' में लेख भी लिखा था। शुभम मिश्रा के घर जाने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के कई नेताओं ने एतराज जताया और चाहा कि योगेंन्द्र यादव वहां जाने के लिए खेद व्यक्त करें, ट्वीट व लेख वापिस लें।
मुलाकात को बताया था सही
योगेन्द्र यादव ने मृतक शुभम मिश्रा के परिवारजनों, उसकी दादी, मां, पिता व पत्नी, से समवेदना व्यक्त करने के अपने फैसले को सही मानते हुए इसके लिए खेद व्यक्त करने, ट्वीट या लेख वापिस लेने से साफ इंकार किया था। अपने लेख में उन्होंने अपने विचार को सही करार दिया था।
किसान आंदोलन के प्रति जताई प्रतिबद्धता
इसके चलते संयुक्त किसान मोर्चा ने योगेन्द्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है। योगेन्द्र यादव ने कहा कि वे अपने विचार के साथ खड़े हैं और संयुक्त किसान मोर्चा के निलंबन को सहर्ष स्वीकार करते हैं। योगेन्द्र ने कहा कि वे हर हालत में किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और रहेंगें। संयुक्त किसान मोर्चा का अनुशासित सिपाही होने के नाते फैसले का पालन करेंगें।
शहीद किसानों की अस्थियां गंगा में विसर्जित
दूसरी तरफ, लखीमपुर खीरी घटना में मारे गए 4 शहीद किसानों की अस्थियां बुधवार को गंगा में विसर्जित की गईं। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत भी मौजूद थे। किसानों की अस्थियों वाले अस्थि कलश बुधवार को गाजीपुर सीमा से यहां लाए गए और धार्मिक स्थल शुक्रताल में नदी में विसर्जित कर दिए गए। इस मौके पर सैकड़ों किसान मौजूद रहे, जिन्होंने अपने मृत साथियों को श्रद्धांजलि दी।