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Lakhimpur Kheri : मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कार की टक्कर, पिटाई, घिसटने, और हेड इंजरी है आठ मौतों का कारण

Janjwar Desk
5 Oct 2021 11:25 PM IST
lakhimpur khiri
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एसआईटी ने लखीमपुर खीरी हत्याकांड को हत्या माना। इस मामले में आज केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे व मुख्य आरोपी आशीष मिश्र कोर्ट में पेश होंगे। 

Lakhimpur Kheri : किसान के परिजनों का कहना है कि इनकी मौत गोली लगने से हुई है। जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फायर शॉट की इंजरी नहीं दिखाई गई है, आरोप है कि यह सब आशीष मिश्रा को बचाने की कवायद है...

Lakhimpur Kheri (जनज्वार) : यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चार किसानों सहित एक पत्रकार व बीजेपी कार्यकर्ताओं का पोस्टमॉर्टम होने के बाद रिपोर्ट भी सामने आई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक फायर इंजरी से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई। बल्कि सभी के शरीर में एक से अधिक चोटों के निशान मिले हैं।

पीएम रिपोर्ट में 3 किसानों को हेड इंजरी (Lakhimpur Kheri Violence) के अलावा चार को मरने से पहले बुरी तरह पीटने की बात सामने आई है। किसी भी मृतक के शरीर में गोली मारने जैसे निशान नहीं पाए गये हैं। वहीं, किसानों का दावा है कि उनको गोली भी मारी गई है। एक परिवार ने दिल्ली के डॉक्टरों से दोबारा पोस्टमॉटर्म कराने की मांग की थी। जिसके बाद देर शाम दिल्ली से डॉक्टरों की एक टीम राजधानी पहुंच गई है।

किसकी पीएम रिपोर्ट में क्या है मौत की वजह?

किसान दलजीत सिंह निवासी बहराइच - दलजीत सिंह की मौत घसीटे जाने के कारण होनी पाई गई है। किसान दलजीत के शरीर पर 16 से ज्यादा चोटों के निशान मिले हैं।

किसान लवप्रीत सिंह निवासी लखीमपुर - पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लवप्रीत को हेड इंजरी आई है, शरीर में घिसटने के निशान हैं और शरीर पर 16 से ज्यादा चोट के निशान मिले हैं।

किसान गुरविंदर सिंह निवासी बहराइच - गुरविंदर की पीएम रिपोर्ट में हेड इंजरी है, साथ ही नुकीले हथियार से चोट के निशान हैं। घसीटा भी गया है। इसके अलावा शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोटों के निशान हैं।

किसान नक्षत्र सिंह निवासी लखीमपुर - नक्षत्र सिंह के शरीर में भी घिसटने के निशान मिले हैं। शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोट के निशान हैं। इसके साथ हेड इंजरी भी पाई गई है।

इस घटना में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप निवासी लखीमपुर - रमन की मौत का कारण शॉक और हैमरेज के अलावा डंडों से पिटाई के कारण बताई गई है। शरीर पर जिसके निशान भी मिले हैं।

बीजेपी कार्यकर्ताओं में शुभम मिश्रा निवासी लखीमपुर - शरीर पर कई जगह चोट के निशान सहित डंडों से पीटने के निशान भी मिले हैं।

हरिओम मिश्रा निवासी लखीमपुर - हरिओम के शरीर पर भी डंडों की चोट के निशान मिले हैं, शॉक और हैमरेज से मौत का कारण है।

श्यामसुंदर निवासी लखीमपुर - इनके शरीर पर घिसटने के चोटों के निशान समेत लाठी डंडों से पीटने के निशान पाए गए हैं।

किसानों के परिजनों ने नहीं मानी रिपोर्ट

बहराइच के रहने वाले गुरविंदर सिंह, दलजीत सिंह और लखीमपुर खीरी निवासी लवप्रीत के परिजनों ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के दावे को खारिज कर दिया है। किसान के परिजनों का कहना है कि इनकी मौत गोली लगने से हुई है। जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फायर शॉट की इंजरी नहीं दिखाई गई है। यह कहीं न कहीं केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को बचाने की कवायद है।

आशीष टेनी सहित 15-20 पर हत्या का मुकदमा

लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या और गैर इरादतन हत्या की धारा में मामला दर्ज किया गया है। मामले में आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर नामजद आशीष मिश्र मोनू और 15-20 अज्ञात के खिलाफ दफा 147, 148, 149, 302, 130 बी, 304 ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

क्या कुछ था रविवार का विवाद?

कृषि कानूनों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की टिप्पणी का विरोध कर रहे किसानों और मंत्री के बेटे के बीच रविवार को हिंसक टकराव हो गया। तिकुनिया कस्बे में हुए बवाल के दौरान मंत्री के बेटे आशीष मिश्र की गाड़ी से कुचलकर चार किसानों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। जानबूझकर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाते हुए गुस्साए किसानों ने मंत्री के बेटे की गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी।

मंत्री के बेटे ने खेतों में भागकर जान बचाई, लेकिन इस दौरान हुई पिटाई से चालक सहित चार अन्य की भी मौत हो गई। दस से ज्यादा घायल किसानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसान तेजिंदर सिंह विर्क की हालत गंभीर बताई जा रही है। किसानों का कहना है कि उन्होंने मंत्री के बेटे के काफिले को रोका तो नारे लगाते हुए उन पर गाड़ी चढ़ा दी गई। जिसके बाद नरसंहार जैसी हालत बनी और पूरे देश से आवाजें उठ रही हैं।

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