Lakhimpur Kheri : डीप फ्रीजर में रखे हैं मृतकों के शव, परिजनों के करुण क्रंदन से माहौल हुआ गमगीन
(मृतकों के शव डीप फ्रीजर में रखे गए हैं और उनके परिजन भी पहुंच गए हैं) pic- social media
Lakhimpur Kheri: (जनज्वार)। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा और उपद्रव में मारे गए मृतकों के शव यहां डीप फ्रीजर (Deep Freezer) में रखे गए हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हंगामे के बीच लखीमपुर खीरी में पुलिस प्रशासन और मृतक किसानों के परिजनों के बीच बातचीत (Talks between Administration and farmers family) जारी है। बताया जा रहा है कि किसान उनकी मांगें पूरी होने तक शवों का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े हैं। वहीं प्रशासन उन्हें समझाने की कोशिश में जुटा है। वहीं, मृतकों के परिजन भी वहां पहुंचे हुए हैं और उनके करुण क्रंदन से माहौल गमगीन बना हुआ है।
दोनों पक्षों के बीच फिलहाल वार्ता चल रही है। आईजी लखनऊ (IG Lucknow range) लक्ष्मी सिंह मृतक किसानों के परिवारों से बात कर रही हैं। वार्ता में किसान नेता राकेश टिकैत भी मौजूद हैं। वहीं, घटनास्थल पर किसान शवों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। शवों को वहां डीप-फ्रीजर में रखा गया है।
इससे पहले डीएम एके चौरसिया (DM AK Chaurasia) ने कहा था, 'मुझे किसानों से एक मेमोरेंडम मिला है। इसमें गृह राज्यमंत्री को हटाने, FIR दर्ज करने, मृतकों के परिवारवालों को मुआवजे और सरकारी नौकरी की बात है। इसके अलावा न्यायिक जांच की मांग की गई है। हम किसानों की मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे और फिर बातचीत करेंगे।'
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में रविवार को हुई हिंसक झड़प में चार किसान समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद से ही सभी विपक्षी पार्टियों (Opposition Parties) के नेता कल रात से लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि अभी तक कोई कामयाब नहीं हो सका।
उधर, लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा का असर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में नजर आने लगा है। यहां लखीमपुर जाने से रोकने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।
बवाल और उबाल के बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) लखीमपुर जाने के लिए निकली लेकिन उन्हें सीतापुर के हरगांव में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। लखनऊ में धरने पर बैठे अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया है। वहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।
इधर, अखिलेश यादव के धरने से कुछ दूरी पर भीड़ ने पुलिस की एक जीप को आग के हवाले कर दिया है। पुलिस ने विपक्ष के कई नेताओं को लखीमपुर खीरी पहुंचने से रोकने के लिए उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है। इनमें बसपा महासचिव सतीश मिश्र, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा और शिवपाल यादव शामिल हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस सुबह ही हिरासत में ले चुकी है।
वहीं, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-9 और 24 बंद कर दिया है। इससे दिल्ली से गाजियाबाद आने-जाने वाले कई रास्तों पर लंबा जाम लग गया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी। ये किसान डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे थे।इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई।
लखीमपुर खीरी के ASP अरुण कुमार सिंह ने 8 मौतों की पुष्टि की है, जिनमें 4 किसान थे और बाकी 4 या तो उस गाड़ी में सवार थे, जिसने किसानों को कुचला था या मंत्री के काफिले में शामिल दूसरी गाड़ियों में बैठे थे। घटना के बाद गुस्साए किसानों ने 2 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र और UP के डिप्टी CM केशव मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। जब इसकी जानकारी कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लगी, तो वे हेलिपैड पर पहुंच गए। किसानों ने रविवार सुबह 8 बजे ही हेलिपैड पर कब्जा कर लिया था।
इसके बाद, दोपहर करीब 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्र और मौर्य का काफिला तिकोनिया चौराहे से गुजरा, तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने दौड़ पड़े। जहां भारी बवाल के बीच हुई हिंसा में चार किसानों सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, एक घायल स्थानीय पत्रकार की सोमवार को इलाज के क्रम में मौत हो गई।