Loudspeaker Row : मस्जिद पर माइक लगाकर अजान का प्रावधान अनुचित, लाउडस्पीकर विवाद पर बोले साक्षी महाराज
Sakshi Maharaj On Bulldozer Action : शुक्रवार को होगी पत्थरबाजी तो शनिवार को जरूर चलेगा बुलडोजर
Loudspeaker Row : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unao) सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने शनिवार को अजान विवाद पर बड़ा बयान दिया है। बता दें कि भाजपा (BJP) सांसद साक्षी महाराज ने कहा है कि शहर के बींचोंबीच मस्जिद पर बहुत बड़ा माइक लगाकर जो अजान का प्रावधान रखा गया है, वह सर्वथा अनुचित है।
चुनावों में योगी के बुलडोजर की हुई जीत
बता दें कि नगर पालिक परिषद में बने मतदान केंद्र पर एमएलसी चुनाव (MLC Election) के अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे सांसद साक्षी महाराज ने पत्रकारों ने बातचीत में कहा है कि भाजपा सभी सीटें जीत रही है। मोदी के विकास व योगी के बुलडोजर की जीत है। लाउड स्पीकर पर अजान संबंधी सवाल पर सांसद ने कहा कि यह अनुचित है। अजान पर विवाद व्यर्थ है। ध्वनि प्रदूषण को लेकर छात्र, संभ्रांत नागरिक मंदिर में लाउड स्पीकर व भागवत कथा पर विरोध दर्ज कराते हैं। मैं देशभर में जाता हूं इसलिए मुझे पता है। उन्होंने कहा कि किसी की नींद में किसी को पढ़ाई में व्यवधान होता है। ये विवाद का विषय नहीं है। जनहित में जो आवश्यक है, वो ही होना चाहिए।
हनुमान चालीस है अजान की प्रतिस्पर्धा
बता दें कि उन्नाव से भारीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महराज ने कर्णाटक सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि निर्धारित आज की बाध्यता हुई है। इस मामले में बहस होगी और परिणाम निकलेगा। वहीं मंदिरों में लाओ स्पीकर लगा कर हनुमान चालीसा होने के मामले आने पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है यह प्रतिस्पर्धा हिअ। अगर उसका प्रतिबंध नहीं लगता है तो प्रतिस्पर्धा रूप में अजान को रोकने का प्रयास है।
अजान के साथ हनुमान चालीसा भी हो जाएगी बंद
जब अजान बंद हो जाएगी, तो हनुमान चालीसा भी बंद हो जाएगी। दोनों लोगों को रोकना है, जो भी निर्णय सरकार करेगी। संविधान और सरकार से बड़ा कोई व्यक्ति नहीं होता है। कानून का पालन करना सब का परम धर्म बन जाता है। कानून का पालन कराना पुलिस थाना सरकार का काम होता है। सपा नेता शिवपाल सिंह यादव के भाजपा में आने पर सवाल पर सांसद ने कहा कि इस बारे में पार्टी संगठन जाने या शिवपाल सिंह यादव जानें। कहा कि अगर कोई घटना घटेगी, तो मैं साक्षी ही रहूंगा।