Begin typing your search above and press return to search.
मध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश : 'महाराज' से मात्र 10 मिनट की मीटिंग करने के बाद मोदी से मंत्रणा करने पहुंचे शिवराज, कांग्रेस ने ली चुटकी

Janjwar Desk
1 Dec 2020 7:42 AM GMT
मध्यप्रदेश : महाराज से मात्र 10 मिनट की मीटिंग करने के बाद मोदी से मंत्रणा करने पहुंचे शिवराज, कांग्रेस ने ली चुटकी
x
मध्यप्रदेश के राजनीतिक हलकों में ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम शिवराज द्वारा कम भाव दिए जाने की चर्चाओं के बीच इस बात की संभावना है कि उन्हें संतुष्ट बनाए रखने के लिए केंद्रीय कैबिनेट में जगह दी जाए...

जनज्वार। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली स्थित उनके लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात का एजेंडा सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन इसे राज्य में होने वाले कैबिनेट विस्तार से जोड़ कर देखा जा रहा है।

इससे पहले सोमवार को शिवराज सिंह चौहान से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुलाकात की थी। इन दो अलग-अलग मुलाकातों को राज्य व केंद्र में संभावित कैबिनेट विस्तार से जोड़ कर देखा जा रहा है।


बिहार चुनाव के मध्यप्रदेश में संपन्न हुए 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में भाजपा ने अपने बूत बहुमत हासिल कर लिया है। इन सीटों पर कांग्रेस के टिकट से चुनाव जीते सिंधिया समर्थकों के इस्तीफे के कारण दोबारा चुनाव की नौबत आयी थी। ऐसे में संभावना है कि सिंधिया राज्य कैबिनेट में अपने समर्थकों के लिए पर्याप्त जगह चाहेंगे।

हालांकि सिंधिया को शिवराज द्वारा मुलाकात का कम समय दिए जाने को लेकर ट्विटर पर कांग्रेस ने ट्वीट कर कटाक्ष किया है। मध्यप्रदेश कांगे्रेस ने ट्वीट किया है कि शिवराज ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को 40 मिनट इंतजार करवाया और फिर मात्र 10 मिनट मुलाकात का समय दिया। हालांकि भोपाल के राजनीतिक हलकों में यह चर्चा थी कि दोनों नेताओं की 40 से 45 मिनट की मीटिंग होगी जिसमें कैबिनेट के संभावित विस्तार पर विस्तृत चर्चा होगी। लेकिन, शिवराज जिस तरह सिंधिया से मुलाकात के अगले ही दिन पीएम मोदी से मिलने पहुंचे उससे यह संभावना जतायी जा रही है कि इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री का नजरिया ही सबसे अहम होगा।



वहीं, सिंधिया में कांग्रेस की तरह भाजपा में असंतोष पैदा न हो इसके लिए उन्हें केंद्र में मंत्री बनाए जाने की संभावना है। इस बात की मजबूत संभावना है कि बिहार चुनाव संपन्न होने व अगले साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट में फेरबदल करें। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के कारण भी इसकी संभावना है। वहीं, बिहार से भाजपा अपने सीनियर नेता सुशील कुमार मोदी को राज्य सभा भेज रही है, जिससे उनके केंद्रीय कैबिनेट में जाने की संभावना है।

Next Story

विविध