Maharashtra : राहुल नार्वेकर कौन हैं जो चुने गए महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर?
Maharashtra : राहुल नार्वेकर कौन हैं जो चुने गए महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर?
Maharashtra : महाराष्ट्र की राजनीति में विधानसभा अध्यक्ष ( Maharashtra Assembly Speaker ) पद के लिए जोर आजमाइश के बीच रविवार को विशेष सत्र के दौरान भाजपा ( BJP ) की ओर से स्पीकर पद का प्रत्याशी बनाये गए राहुल नार्वेकर ( Rahul Narvekar ) चुनाव जीत ( Win Election ) गए हैं। अभी इसका आधिकारिक ऐलान होना बाकी है। इसके साथ ही भाजपा और सीएम एकनाथ शिंदे ( CM Eknath Shinde ) के गुट ने विधानसभा में पहली अग्निपरीक्षा पास कर ली है। महा विकास अघाड़ी ( MVA ) की ओर से शिवसेना ( Shiv Sena ) विधायक राजन साल्वी ( Rajan Salvi ) को प्रत्याशी बनाया था जिन्हें बहुत कम वोट मिला है।
महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर पद का चुनाव जीतने के तत्काल बाद से राहुल नार्वेकर ( Rahul Narvekar ) सुर्खियों में आ गए हैं। सुर्खियों में इसलिए कि विधानसभा अध्यक्ष ( Assembly Speaker ) जैसे महत्वपूर्ण पद के लिए भाजपा ( BJP ) ने राहुल नार्वेकर का नाम आगे कर राजनीति के जानकारों को चौंका दिया है। भाजपा की ओर से राहुल नार्वेकर ( Rahul Narvekar ) के चयन पर राजनीतिक हलकों में इसलिए भी हैरानी है क्योंकि अब तक इस पद के लिए किसी वरिष्ठ और अनुभवी नेता को ही नामित करने परंपरा रही है। यही वजह है कि सभी ये जानना चाहते हैं कि आखिर राहुला नार्वेकर कौन हैं, भाजपा ( BJP ) के इस युवा नेता की खासियत क्या हैं।
कौन हैं राहुल नार्वेकर?
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष पद के बीजेपी उम्मीदवार 45 साल के राहुल नार्वेकर पेशे से वकील हैं। उनके पिता सुरेश नार्वेकर बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) में पार्षद थे। उनके भाई मकरंद BMC के वार्ड नंबर 227 से दूसरी बार पार्षद बने हैं। उनकी भाभी हर्षता भी बीएमसी के वार्ड नंबर 226 से पार्षद हैं। इसके अलावा राहुल विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष NCP के वरिष्ठ नेता रामराजे निंबालकर के दामाद भी हैं।
तीन साल पहले ज्वइन की थी भाजपा
राहुल नार्वेकर ( Rahul Narvekar ) ने महाराष्ट्र विधानसभा 2019 के दौरान ही बीजेपी ज्वॉइन की थी। भाजपा ने उन्हें साउथ मुंबई की कोलाबा विधानसभा से मैदान में उतारा था, जहां उन्होंने जीत दर्ज की थी। राहुल नार्वेकर इस वक्त प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी हैं।
भाजपा ज्वाइन करने से पहले राहुल नार्वेकर शिवसेना और NCP में भी रहे। राहुल नार्वेकर ( Rahul Narvekar ) 15 साल तक शिवसेना में रह चुके हैं। 2014 में वह राज्य विधान परिषद का चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन शिवसेना ने इनकार कर दिया। इसके बाद वह शिवसेना से इस्तीफा देकर शरद पवार की अगुआई वाली NCP में शामिल हो गए। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान वह NCP के टिकट पर मावल सीट से मैदान में उतरे थे, लेकिन जीत नहीं पाए। उसके बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया और कोलाबा से विधायक बने।
राहुल नार्वेकर ( Rahul Narvekar ) कानूनी और विधायी जटिलताओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में मौजूदा राजनीतिक हालात में उनकी विशेषज्ञता विधानसभा के संचालन में मदद करेगी। पार्टी सूत्रों ने ये भी दावा किया कि पहली बार के विधायक होने के बावजूद नार्वेकर एक अनुभवी नेता हैं। वह लंबे समय तक कई दलों के साथ काम कर चुके हैं।