Manish Gupta Murder Case : मीनाक्षी गुप्ता को मिला नगर निगम में OSD का चार्ज, उम्मीद है इसके लिए कोई होर्डिंग नहीं लगवाएगा
(गोरखपुर में पुलिस उत्पीड़न का शिकार मनीष की पत्नी filephoto/janjwar)
Manish Gupta Murder Case (जनज्वार) : उत्तर प्रदेश में कानपुर साऊथ के बर्रा तीन निवासी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के एक होटल में पुलिसकर्मियों द्वारा निर्मम तरीके से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। हाइप्रोफाइल हो चुके इस मामले में राज्य की योगी सरकार ने मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी को 40 लाख रूपये की आर्थिक मदद व नगर निगम में ओएसडी के पद पर नौकरी देने का वादा किया था।
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— Janjwar Media (@janjwar_com) October 8, 2021
आज मंगलवार 12 अक्टूबर को दिवंगत मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी भाई सौरभ गुप्ता, एकलौते बेटे अभिराज और चाचा के साथ केडीए पहुंची और ओएसडी का चार्ज संभाला। मीनाक्षी सुबह 12 बजे टेंपो से केडीए पहुंची। इस दौरान उन्हें केडीए वीसी अरविंद सिंह का कमरा नहीं पता था, कर्मचारियों से पूछते हुए वीसी के कमरे में पहुंची तो गेट मौजूद कर्मचारी ने सलाम ठोंका।
इसके बाद मीनाक्षी के साथ सभी लोग वीसी के सामने बैठे। इस पर अधिकारियों ने मीनाक्षी गुप्ता के सभी शैक्षणिक कागजों को चेक किया। मीनाक्षी से आधा दर्जन कागजों में हस्ताक्षर करने के बाद नियुक्ति पत्र पर केडीए वीसी ने हस्ताक्षर किए। इसके बाद परिवार के सदस्यों के साथ दूसरी मंजिल के कक्ष संख्या 206 में कुर्सी पर बैठीं।
नौकरी का चार्ज संभालने के दौरान मीनाक्षी ने अपने मोबाइल में मनीष की फोट देखकर कुछ देर के लिए भावुक हो गई। जिसपर भाई सौरभ ने मीनाक्षी को गले लगाकर सांत्वना दी। वहीं केडीए वीसी अरविंद सिंह ने बताया कि मीनाक्षी को ओएसडी के पद पर नियुक्ति करने के लिए शासन ने त्वरित निर्णय लिया है। आज मंगलवार को मीनाक्षी ने जॉइन किया है। उन्होंने बताया कि मीनाक्षी को उनसे जुड़ी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
गौरतलब है कि कानपुर के रहने वाले मनीष गुप्ता की गोरखपुर में पुलिस द्वारा पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पूरे देश से न्याय के लिए आवाजें उठी थीं। तमाम किरकिरी के बाद योगी सरकार ने पीड़ित परिवार की सभी मांगें स्वीकार की थीं। मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं तथा तीन अभी फरार हैं। जिनका जल्द ही गिरफ्त में आने की उम्मीद है।