Mayawati News : "चमचा युग" में भी बसपा दलितों और पीड़ितों के उत्थान का अभियान जारी रखेगी : मायावती
मल्लिकार्जुन खड़गे को 'बलि का बकरा' बता रही हैं मायावती, कहा- बुरे दिनों मे दलितों को याद करती है कांग्रेस
Mayawati News : बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि चाटुकारिता के इस कठिन दौर में भी बाबा साहब के मिशन को उनकी पार्टी गरीबों और दलितों के हित में आगे बढा रही है। मायावती मंगलवार को बसपा संस्थापक काशीराम के जन्मदिवस पर एक बयान जारी कर ये बातें कही हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा है कि करोड़ों दलितों और समाज के पिछड़े वर्गों की मदद के अभियान को उनकी पार्टी सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रही है। ताकि समाज का सबसे प्रताड़ित वर्ग अपने पैरों पर खड़ा हो सके।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इस "चमचा युग" में भी बाबा साहब और काशीराम जी के आंदोलन को आगे बढ़ाना को मामूली बात नहीं है। मायावती ने कहा कि यह बहुजन आंदोलन का ही परिणाम था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में एक समय पर एतिहासिक सफलता दर्ज करने में सफल हो पायी। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने बयान में यह भी कहा है कि वे अपने सिद्धांतों पर अडिग रहते हुए अपना संघर्ष जारी रखेंगी।
मायावती ने कहा कि काशीराम जी ने अपने पूरे जीवन काल में बाबा साहब आंबेडकर के मानवतावादी अभियान को तमाम संघर्षों के बीच भी जीवित रखा। इसी की बदौलत बसपा को एतिहासिक सफलता हासिल हुई। इससे देश की राजनीति को एक नई दिशा मिली। गौरतलब है कि इस बार के उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावों में बहुजन समाज पार्टी सिर्फ एक सीट जीत पायी है। इस बार के विधानसभा चुनाव में बीएसपी एक भी आरक्षित सीट जीतने में सफल नहीं हुई है।
सपा और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने इस बार बसपा पर भाजपा को मदद पहुंचाने का आरोप लगाया है। हालांकि मायावती इस दौरान कई मौकों पर सत्ताधारी बीजेपी पर हमला बोलती रहीं है। इस बीच बसपा ने यूपी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद संगठन में बदलाव करना शुरू कर दिया है। बसपा ने लोकसभा में रितेश पांडेय को पार्टी नेता के पद से हटा दिया है। उनकी जगह गिरीश चंद्र जाटव को पार्टी का नेता बनाया गया है। पांडेय अंबेडकर नगर से सांसद हैं। इसी तरह गिरीश चंद्र जाटव को हटाते हुए संगीता आजाद को मुख्य सचेतक बनाया गया है। जबकि राम शिरोमणि वर्मा लोकसभा में उप नेता के पद पर बने रहेंगे। इस संबंध में बसपा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भेज दिया है।