जिस MI-17V5 Helicopter में सवार थे बिपिन रावत उसका PAK के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक और 26/11 में हो चुका है इस्तेमाल
Mi-17 V5 Helicopter सर्जिकल और कमांड आपरेशन को दे चुका है अंजाम।
Mi-17 V5 Helicopter Crash : MI-17V5 हेलीकॉप्टर क्रैश : तमिलनाडु के कुन्नूर ( Coonoor ) जिले में आज एक बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में सेना का अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर MI-17VS हेलीकॉप्टर ( IAF MI-17V5 ) उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही क्रैश हो गया। इसमें सीडीएस बिपिन रावत सवार थे। हादसे में वो गंभीर रूप से घायल है और उनका इलाज सेना के अस्पताल में चल रहा है। इसमें 14 लोग सवार थे जिसमें से 11 लोगों की मौत की सूचना है। हालांकि, सेना अभी तक इसकी पुष्टि नहीं है। फिलहाल, इस बात की चर्चा है किफिलहाल, इस बात की चर्चा जोरों पर है कि सीडीएस विपिन रावत जिस MI-17V5 में सवार थे उसकी क्या खासियत है। आइए जानते हैं :
सर्जिकल स्ट्राइक को दे चुका है अंजाम
MI-17V5 हेलीकॉप्टर वायुसेना का वही विमान है जिसका उपयोग 26/11 हमले के दौरान कमांडो आॉपरेशन के रूप में भी हुआ था। इसके अलावा MI-17V5 ही वो वायुयान था जिसने पाकिस्तानी लांच पैड को तबाह किया था और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे बड़े अभियान को अंजाम दिया था।
रात में दिखा सकता है कमाल
इस हेलीकॉप्टर के पास ऐसी तकनीक है कि ये रात में भी आसानी से अपना कमाल दिखा सकता है। इस हेलीकॉप्टर को सबसे आधुनिक हेलीकॉप्टरों में से एक माना जाता है। सुरक्षा के लिहाज से भी ये काफी अहम माना जाता है। इस हेलीकॉप्टर की तैनाती सेना और आर्म्स ट्रांसपोर्ट में भी की जा सकती है। ऑपरेशनों, पेट्रोलिंग, राहत एवं बचाव अभियानों में भी एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाता है।
मिसाइल और रॉकेट से होता है लैस
MI-17V5 हेलीकॉप्टर अत्याधुनि हेलीकॉप्टर है। हथियारों की बात करें तो इसकी क्षमता का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि इसमें शतर्म-5 मिसाइल्स, एस-8 रॉकेट, एक 23 मिमी मशीन गन, पीकेटी मशीन गन्स के साथ 8 फायरिंग पोस्ट्स भी होता है।
250 किलोमीटर प्रति घंटे उड़ान भरने की क्षमता
MI-17V5 हेलीकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार की बात करें तो इसकी रफ्तार 250 किमी प्रति घंटा है। इसके साथ यह 6000 मीटर की अधिकतम उंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। एक बार में यह 580 किमी की दूरी तय कर सकता है।
राजनाथ सिंह कल संसद में दें सकते हैं बयान
Mi-17 V5 Helicopter Crash : हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद काफी समय तक सीडीएस विपिन रावत के बारे में जानकारी न मिलने के चलते देश में और उनके गृह नगर के लोगों के बेचैनी छाई हुई थी। लेकिन उनके निधन की जो सूचना भारतीय वायुसेना ने दी वो देशवासियों के लिए दुखद है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) इस दुखद हादसे पर कल संसद में बयान दें सकते हैं।