जिस ऑटो को किया गया धनबाद जज की हत्या में यूज उसका मालिक बोला सुबह 3.30 बजे मेरा ऑटो हुआ था गायब
धनबाद के जज उत्तम आनंद को मॉर्निंग वॉक के वक्त आटो से टक्कर मारकर उतार दिया गया मौत के घाट
जनज्वार। कोयला और माफियाओं के लिए मशहूर धनबाद आज फिर चर्चा में है, कारण है जज की मॉर्निंग वॉक के वक्त एक्सीडेंट में की गयी हत्या। सबसे बड़ी बात यह है कि जिस जज को मॉर्निंग वॉक के वक्त ऑटो से धक्का देकर मारा गया, वह माफिया मामलों यानी चर्चित सिंह मेंशन के करीबी की हत्या समेत कई अन्य बहुचर्चित मामलों की सुनवाई कर रहे थे।
जिसका ऑटो जज उत्तम आनंद की हत्या के लिए प्रयोग किया गया, उसके मालिक ने गुमशुदगी दर्ज कराकर कहा था कि मंगलवार 27 जुलाई की सुबह 3.30 बजे ऑटो गायब किया गया था।
एएनआई में प्रकाशित खबर के मुताबिक ऑटो मालिक रामदेव लोहार का कहना है, 'लगभग 3.30 बजे मैंने देखा कि मेरा ऑटो गायब था जो घर के बाहर खड़ा था। मैंने घटना की सूचना पुलिस को दी थी। मुझे रात 8 बजे पुलिस थाने बुलाया गया है। रामदेव लोहार का ऑटो कथित तौर पर धनबाद के जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या में इस्तेमाल किया गया था।
गौरतलब है कि उत्तम आनंद के कोर्ट में कई बड़े केस की सुनवाई चल रही थी, जिसमें सिंह मेंशन के करीबी रंजय सिंह का हत्याकांड भी शामिल है। जेल में बंद दर्जनों हत्याकांड में संलिप्त गैंगस्टर अमन सिंह मामले की सुनवाई भी उत्तम आनंद के कोर्ट में चल रही थी। इसके अलावा यूपी के शूटर अभिनव प्रताप सिंह, जिसने धनबाद में कई घटनाओं को अंजाम दिया है, के मामले की सुनवाई भी उत्तम आनंद ही कर रहे थे।
झारखंड के धनबाद में जिला एवं अतिरिक्त न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या की मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक इनमें से एक ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। झारखंड पुलिस के प्रवक्ता अमोल बी होमकर ने मीडिया को बताया, ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है और लखन ने कबूल लिया है कि उसी ने चोरी के ऑटो से जज उत्तम आनंद को धक्का मारा था।
At around 3.30 am, I found that my auto was missing which was parked outside the house. I had reported the incident to the police. I have been called to the police station at 8 pm: Ramdev Lohar, owner of the auto which was allegedly used in killing of a Dhanbad Dist Judge pic.twitter.com/1s87KI8VXI
— ANI (@ANI) July 29, 2021
अब उत्तम आनंद हत्याकांड मामले में ADG ऑपरेशन संजय आनंद लाटकर की अगुआई में SIT का गठन किया गया है। इस टीम में बोकारो DIG और SSP धनबाद को भी शामिल किया गया है। धनबाद पुलिस की फोरेंसिक टीम और CID भी तफ्तीश में जुट चुकी है।
जानकारी के मुताबिक धनबाद पुलिस ने जज उत्तम आनंद को टक्कर मारने वाले ऑटो को बुधवार 28 जुलाई की देर रात गिरिडीह से बरामद दिखाया है। जांच के दौरान ही यह बात सामने आयी कि ऑटो मंगलवार 27 जुलाई को चोरी हुआ था और बुधवार 28 जुलाई की सुबह 5.08 बजे जज उत्तम आनंद को टक्कर मार दी गई। उत्तम आनंद सुबह पांच बजे मॉर्निंग वॉक के लिए जब अपने घर से निकले थे तो काफी समय तक घर नहीं लौटे। छानबीन के दौरान वे अपने घर से कुछ दूरी पर खून से लथपथ हालत में मिले। घटना के डेढ़ घंटे के बाद कुछ युवकों ने जज को अस्पताल पहुंचाया था और वहां इमरजेंसी में घंटे भर इलाज के बाद उन्हें सर्जिकल ICU में भर्ती किया गया और सुबह 9.30 बजे उनकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक हजारीबाग जिले के शिवपुरी मुहल्ले के उत्तम आनंद 6 माह पहले ही धनबाद में पोस्टेड हुए थे। उससे पहले वह बोकारो में थे। उत्तम आनंद के परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे उत्तम आनंद ने 3 दिन पहले ही रांची के होटवार जेल में बंद अमन सिंह के गुर्गे रवि ठाकुर और अभिनव सिंह की जमानत याचिका खारिज की थी।
उत्तम आनंद के पिता सदानंद प्रसाद ने दावा किया है कि पहले रॉड से मेरे बेटे उत्तम के सिर पर हमला किया गया, फिर ऑटो ऑटो टक्कर मारते हुए निकल गया।