Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं रही 10 साल की बच्ची से मोदी की मुलाकात, लेकिन PM ने ये नहीं बताया BJP सांसद की पुत्री है

Janjwar Desk
13 Aug 2021 9:40 AM GMT
फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं रही 10 साल की बच्ची से मोदी की मुलाकात, लेकिन PM ने ये नहीं बताया BJP सांसद की पुत्री है
x

पीएम से मिलती भाजपा सांसद की बच्ची. (photo - tv9)

प्रधानमंत्री के पास सूचना तंत्र का पूरा अमला है। हर एक बात की जानकारियां जुटाई जाती हैं। हर एक मिलने जुलने वाले पर पैनी निगाह रखी जाती है। फिर क्या तब पीएम को यह जानकारी नहीं रही होगी की यह कौन बच्ची है...

जनज्वार, नई दिल्ली। स्वांग रचने की भी एक कला होती है, जिसमें हमारे मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़े-बड़े अभिनेताओं के भी पिताजी हैं। दरअसल, एक 10 साल की बच्ची अनीशा ने पीएम मोदी को मेल किया था। जिसमें बच्ची ने लिखा था कि, वह पीएम से मुलाकात करना चाहती है। पीएम मोदी ने आदतन उसे बुलवाया और पूरा पीआर कर डाला।

कौन है 10 साल बच्ची?

बुधवार 11 अगस्त को बच्ची संसद पहुंची और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली थी। अनीशा अहमदनगर भाजपा सांसद डॉक्टर सुजय विखे पाटिल की बेटी हैं और महाराष्ट्र के दिग्गज नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल की पोती हैं। वो पीएम मोदी से मिलने के लिए बहुत उत्सुक थी और अपने माता-पिता से से उन्हें उनसे मिलाने के लिए कह रही थीं।

बताया जा रहा है कि, अनीशा पाटिल को उनके मां-बाप इस बात के लिए समझाते रहे कि प्रधानमंत्री का व्यस्त शेड्यूल होता है और वो शायद आपको मिलने का समय न दे सकें।जब मां-बाप ने नहीं सुनी तो छोटी बच्ची ने अपने पिता के लैपटॉप से लॉगइन कर प्रधानमंत्री को एक ई-मेल भेज दिया।

क्या लिखा था मेल?

मेल में अनीशा ने लिखा, हैलो सर, मैं हूं अनीशा और मैं सच में आकर आपसे मिलना चाहती हूं। जब जवाब आया तो बच्चे की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। 'दौड़ के चली आओ बेटा। जब विखे पाटिल परिवार संसद पहुंचा तो पीएम मोदी का पहला सवाल था कि अनीशा कहां है? फिर अनीशा ने पीएम मोदी से मिलने पर खुशी जाहिर की।

अनीशा की पीएम मोदी से मुलाकात करीब 10 मिनट तक चली, पीएम ने उन्हें चॉकलेट दी। अनीशा के मन में प्रधानमंत्री को लेकर जितने भी सवाल थे उन्होंने वो सारे पूछ डाले। अनीशा ने पूछा क्या आप यहां बैठते हो? क्या यह आपका ऑफिस है? कितना बड़ा ऑफिस है? जिसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरा परमानेंट ऑफिस नहीं है। मैं आपसे मिलने आया था क्योंकि आप यहां आई थीं।

क्या पीएम को इसकी जानकारी नहीं थी?

प्रधानमंत्री के पास सूचना तंत्र का पूरा अमला है। हर एक बात की जानकारियां जुटाई जाती हैं। हर एक मिलने जुलने वाले पर पैनी निगाह रखी जाती है। फिर क्या तब पीएम को यह जानकारी नहीं रही होगी की यह कौन बच्ची है। ऐसा कतई नहीं हो सकता। यह पूरी प्रक्रिया एक सोची समझी रणनीति के तहत हुई जैसा पीएम अक्सर करते देखे जाते हैं।

किसानो से क्यों नहीं मिलते पीएम?

पीएम मोदी इतने मिलनसार हैं तो 8 महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे किसानो से मुलाकात क्यों नहीं कर रहे हैं। इतने किसान धरने पर मर चुके हैं क्या पीएम उनके परिजनो से मिले, या फिर कोई शोक संवेदना ही प्रकट की हो तो बताईये। उन्होने ऐसा नहीं किया, क्योंकि इसमें उनके धनपशु मित्रों का अहित होगा।

Next Story

विविध