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Morbi Bridge Collapse : मोरबी ब्रिज हादसे पर 14 नवंबर को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट, PIL दाखिल कर न्यायिक आयोग बनाने की मांग

Janjwar Desk
1 Nov 2022 6:40 AM GMT
Morbi Bridge Collapse : मोरबी ब्रिज हादसे पर 14 नवंबर को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट, PIL दाखिल कर न्यायिक आयोग बनाने की मांग
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Morbi Bridge Collapse : मोरबी ब्रिज हादसे पर 14 नवंबर को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट, PIL दाखिल कर न्यायिक आयोग बनाने की मांग

Morbi Bridge Collapse : मोरबी पुल हादसे का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है, सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल हुई है, इस दुर्घटना की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एसआईटी जांच कराने की मांग की गई है...

Morbi Bridge Collapse : मोरबी पुल हादसे का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल हुई है। इस दुर्घटना की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एसआईटी जांच कराने की मांग की गई है। मोरबी पुल हादसे के मामले की न्यायिक जांच के लिए दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया है। सुप्रीम कोर्ट अब 14 नवंबर को इस मामले में अहम सुनवाई करेगा।

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जनहित याचिका

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जनहित याचिका में ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए देशभर में जितने भी पुराने पुल या स्मारक हैं, वहां होने वाली भीड़ को मैनेज करने के लिए नियम बनाने की मांग की गई है। इसके साथ ही राज्य सरकारों को पुराने धरोहरों और पुलों के सर्वे के लिए एक कमेटी बनाने का निर्देश देने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि स्थायी आपदा नियंत्रण विभाग बनाने से त्रासदियों का तुरंत बचाव का काम शुरू हो सकेगा और ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा। सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने यह जनहित याचिका दाखिल की है।

हादसे के समय 500 लोग थे ब्रिज पर सवार

जानकारी के लिए आपको बता दें कि 30 अक्टूबर की शाम करीब साढ़े छह बजे गुजरात के मोरबी इलाके में मच्छू नदी में एक केबल पुल गिर गया था। हादसे में 135 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। मोरबी अस्पताल में 100 घायल लोग भर्ती कराए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मरने वालों में करीब 47 बच्चे भी थे। बताया गया है कि जब पुल गिरा उस समय उस पर करीब 500 लोग थे। बता दें कि इस पुल को हादसे से चार दिन पहले मरम्मत के बाद बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के ही खोल दिया गया था। इस ब्रिज पर जाने के लिए वयस्कों का 17 रुपये का टिकट और बच्चों का 12 रुपए का टिकट लेना पड़ता है और इस ब्रिज की क्षमता महज 125 लोगों की थी लेकिन हादसे के दिन लगभग 500 लोगों को ब्रिज पर जाने दिया गया।

PM नरेंद्र मोदी करेंगे गुजरात का दौरा

पीएम मोदी आज मंगलवार को गुजरात का दौरा करेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के अन्य ने एवं कार्यकर्ताओं ने 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान गुज मोरबी शहर में पुल हादसे में मारे गए लोगों की याद में दो मिनट का मौन रखा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते सोमवार को गांधीनगर स्थित राजभवन में मोरबी में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री ने मोरबी में हुई दुर्घटना के बाद से जारी बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली।

2 नवंबर को गुजरात में राजयव्यपी शोक

मोरबी पुल हादसे में मृतकों के लिए 2 नवंबर को गुजरात में राज्यव्यापी शोक मनाने का निर्णय लिया गया है। राज्य में सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई समारोह या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। गुजरात के मोरबी में पुल गिरने के हादसे के एक दिन बाद पुल की मरम्मत करने वाली कंपनी ओरेवा के 2 अधिकारियों सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सूत्रों का कहना है कि वे ओरेवा के मध्य स्तर के कर्मचारी हैं। जानकारी यह भी है कि कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी पुल त्रासदी के बाद से लापता हैं।

ओरेवा कंपनी के काम पर उठ रहे कई सवाल

कंपनी ओरेवा को कई खामियों के लिए दोषी ठहराया जा रहा है, जिसमें फिटनेस प्रमाण पत्र लेने में कथित विफलता और समय से पहले पुल को फिर से खोलना शामिल है। रेस्क्यू टीम ने अभी तक 170 लोगों को बचा लिया है। आज सुबह से फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। हादसे के बाद कई लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले कई लोगों की जानें बचा ली थीं। जिग्नेश लालजी भाई ऐसे ही एक शख्स हैं, उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने से पहले ही कम से कम 90 लोगों को बचा लिया था। इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

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