गोरखपुर से MP और 4 बच्चों के पिता रविकिशन संसद में पेश करेंगे जनसंख्या नियंत्रण कानून, लोग बोले घोर कलयुग है
(खुद चार बच्चों के पिता रविकिशन संसद सत्र में पेश करेंगे जनसंख्या नियंत्रण विधेयक)
जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से लोकसभा प्रतिनिधि रवि किशन सहित राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य किरोड़ी लाल मीणा 19 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद सत्र के पहले सप्ताह में जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर गैर सरकारी विधेयक प्रस्तुत करेंगे।
ग़ौरेकाबिल बात यह है कि रवि किशन जो जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर गैर सरकारी विधेयक प्रस्तुत करेंगे उनके खुद के 4 बच्चे है जिन्होंने ख़ुद जनसंख्या नियंत्रण की नीति को नहीं अपनाया है। जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर प्रस्तावित विधेयक देश में राजनीतिक विमर्श का पुराना मुद्दा रहा है और ये भाजपा के एजेंडे का हिस्सा भी रहा है।
सोशल मीडिया पर रवि किशन को लेकर काफी बयानबाजी हो रही है। रवि किशन के 4 बच्चे होने के बावजूद जनसंख्या नियंत्रण पर विधेयक प्रस्तुत करने पर digital initiatives के को-फाउंडर डॉ. गौरव गर्ग ने ट्विटर के जरिए प्रतिक्रिया दी है कि गोरखपुर के सांसद रवि किशन 23 जुलाई को जनसंख्या नियंत्रण पर संसद में एक निजी सदस्य विधेयक पेश करेंगे। मजे की बात यह है कि उनके स्वयं 4 बच्चे हैं।
अपूर्व भारद्वाज लिखते हैं कि 'बड़ी खबर है कि संसद के मानसून सत्र के पहले सप्ताह में भाजपा सांसद रवि किशन जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पेश करेंगे। रविकिशन के खुद चार बच्चे है और एक सर्वे के हिसाब से अश्लील भोजपुरी फिल्मों की वजह से भी बिहार की जनसंख्या में अनाप शनाप वृद्धि हुई है और हमारे रविकिशन ऐसी भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रहे है खलनायक को नायक बनाना कोई साहब से सीखे मोदी है तो मुमकिन है,घोरकलजुग।'
साथ ही आपको बता दें कि विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-2030 जारी की थी। उन्होंने कहा था कि बढ़ती हुई जनसंख्या विकास में एक बड़ी बाधा है। वहीं विश्व हिन्दू परिषद की ओर से कहा गया है कि दो बच्चों वाली नीति जनसंख्या नियंत्रण की ओर ले जाती है। लेकिन दो से कम बच्चों की नीति आने वाले समय में कई नकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकती है।
विश्व हिन्दू परिषद द्वारा अपनी चिट्ठी में सवाल खड़े किए गए हैं कि अगर वन चाइल्ड पॉलिसी लाई जाती है तो इससे सामाज में आबादी का असंतुलन पैदा होगा। ऐसे में सरकार को इस बारे में फिर से विचार करना चाहिए, वरना इसका असर नेगेटिव ग्रोथ पर हो सकता है।
बताते चलें कि रविकिशन इससे पहले भी भोजपुरी फिल्मों से अश्लीलता बंद करने को लेकर भी सुर्खियां बटोर चुके हैं। उस समय भी लोगों ने अपनी तरह तरह की राय पेश की थी। कई लोगों ने तो यहां तक कहा था कि रविकिशन खुद ही काफी सालों तक भोजपुरी सिनेमा में अश्लीलता परोस चुके हैं।