MP Police becomes Religious : चोर को पकड़कर थाने नहीं, 'गंगा स्नान' के लिए ले गए पुलिसकर्मी, अब SP ने मांगा जवाब
MP Police becomes Religious : चोर को पकड़कर थाने नहीं, गंगा स्नान के लिए ले गए पुलिसकर्मी, अब SP ने मांगा जवाब
MP Police become Religious : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की बुरहानपुर जिले (Burhanpur District) की पुलिस एक चारे को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) गयी। यहां चोर उनके हत्थे भी चढ़ गया। पर उसे लेकर वापस मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) जाने के बजाय पुलिसकर्मी पकड़े गए चोर के साथ ही गगा स्नान करने पहुंच गए और पूजा पाठ भी किया। यह मामला जब एसपी को पता चला तो उन्होंने नाराज होकर पुलिसकर्मियों को शोकॉज (Show Cause) नोटिस थमा दिया है।
डेढ़ महीने पहले का है मामला, अब उजागर हुआ
बात तकरीबन डेढ़ महीने पहले की है। 16 फरवरी को मध्य प्रदेश के बुरहानपुर की लालबाग थाने की पुलिस टीम जिसमें एक सब इंस्पेक्टर केशव पाटिल (Keshav Patil) और आरक्षक शामिल थे यूपी के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) एक आरोपी की तलाश में गई थी. गिरफ्तारी के बाद वहां से लौटते समय वे सीधे थाने ना पहुंचकर प्रयागराज (Prayagraj) में संगम तट पर पहुंच गए. प्रत्यक्षदर्शियों ने देखा कि सुबह करीब नौ बजे सबइंस्पेक्टर और आरक्षक के साथ एक कैदी हथकड़ी में पहुंचा है.
गंगा घाट पर देखकर अचरज में पड़ गए लोग
यह नजारा देखकर गंगा स्नान कर रहा हर व्यक्ति चौंका. इसकी वजह थी कि उसने पहली बार पुलिस को एक चोर के साथ गंगा स्नान करते देखा था. इस नजारे को कुछ लोगों ने कैमरे में भी कैद करने की कोशिश की। पुलिसकर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से मना किया।
आरोपित पुलिसकर्मी बोले- दिन शुभ था इसलिए गंगा स्नान करने चले गए
इस मामले में आरोपित पुलिसकर्मियों ने बताया है कि एक अपराधी को पकड़ने प्रतापगढ़ (Pratapgarh) गए थे. दिन शुभ है सोचकर गंगा स्नान करने चले गए. इससे सबके पाप कट जाएंगे. पुलिसकर्मियों के अनुसार अब चोर को कहीं और तो छोड़ नहीं सकते थे. लिहाजा उसे भी साथ लेकर आ गए. वहीं इस मामले में बुरहानपुर के एसपी राहुल लोढ़ा का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी हुई है, उन्होंने आरोपित पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है। .
गिरफ्तारी के बाद सीधे थाने पहुंचने का है प्रावधान
एसपी राहुल लोढ़ा (SP Rahul Lodha) के अनुसार जब भी कोई टीम अपराधियों की धरपकड़ के लिए बाहर जाती है तो उसे गिरफ्तारी के बाद सीधे थाने पहुंचना चाहिए. अब यदि कोई पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के अलावा दूसरे काम कर रहा है तो उससे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।