Narwana : ये है हैवानियत की हद! पहले की दलित युवक को मारने की कोशिश, अब RPF के जवान दे रहे इस बात की धमकी
Narwana : ये है हैवानियत की हद, पहले की दलित युवक को मारने की कोशिश, अब RPF के जवान दे रहे इस बात की धमकी
Narwana : आजादी के 75 साल बाद हरियाणा ( Haryana News ) के नरवाना से दलित उत्पीड़न की सनसनीखेज घटना सामने आई है। यह मामला नरवाना ( Narwana ) के आरपीएफ ( RPF ) जवानों की हैवानियत से जुड़ी है। इस मामले में पहले तो आरपीएफ के जवानों ने दलित युवक रवि ( Dalit youth ) को गैर कानूनी तरीके से कई दिनों हिरासत में रखा। उसके बाद दलित युवक पर सितम ढाये। मन नहीं भरा तो आग में झुलसने के बाद उसका इलाज कराने के बदले भाखड़ा नहर में फेंक मौके से फरार हो गए। ऐसा आरपीएफ के जवानों ने संभवत: इस सोच के तहत किया कि रवि नहर में डूबकर मर जाएगा और हम लोग हत्या के आरोप से भी बच जाएंगे।
नरवाना आरपीएफ ( RPF Narwana ) के जवानों की ये घटिया सोच अब उन्हीं पर भारी पड़ गया है। कहते हैं न कि जिसे भगवान बचाए, उसका भला कौन क्या बिगाड़ सकता है। दलित युवक रवि के मामले में भी कुछ वैसा ही हुआ। आरपीएफ के जवानों को आग में गंभीर रूप से झुलसे दलित युवक रवि को भाखड़ा नहर में फेंकते किसी ने देख लिया। उसी युवक ने रवि ( Dalit youth Ravi ) को नहर से जैसे तैसे बाहर निकाला। उसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया। अब इस मामले में तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर रवि के आरोपियों को सजा दिलवाने की मुहिम जोर पकड़ता जा रहा है।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
आरपीएफ जवानों की करतूत का खुलासा होने के बाद जीआरपी थाना जींद ने आरपीएफ के पांच जवानों के खिलाफ हत्या की कोशिश, जबरन बंधक बनाकर रखने, प्रताड़ित करने, एससी-एसटी एक्ट और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनमें बृजपाल, ढुल, विजेंदर, देवेंदर और सुल्तान के नाम शामिल हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि जीआरपी थाना जींद ने इन लोगों को आठ दिन बाद गिरफ्तार नहीं किया है। हत्या की कोशिश के तथाकथित सभी आरोपी आरपीएफ जवान खुलेआम और बेखौफ घूम रहे हैं। एससी-एसटी एक्ट के स्पष्ट प्रावधानों के बावजूद दोषियों को पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। इसका लाभ उठाकर आरोपी आरपीएफ जवान पीड़ित को धमका रहे हैं। राजीनामा करने के लिए पीड़ित परिवार पर दबाव बना रहे हैं। ऐसा न करने पर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं।
न्याय की मांग
दूसरी तरफ इस मामले का खुलासा होने के बाद से पीड़ित दलित युवक रवि को न्याय दिलाने की मांग जोर पकड़ने लगा है। सोशल मीडिया पर लोग मांग कर रहे हैं कि पीड़ितों को गिरफ्तार कर कानून के हवाले करो। पीड़ित को धमकियां देने वाले आरपीएफ जवानों व कथित पंचायतीयों पर कानूनी करवाई करो। इतना ही नहीं पीड़ित रवि को जल्द आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए। ताकि उसका इलाज व पुनर्वास की व्यवस्था करना संभव हो सके।
इस मसले पर जीआरपी हिसार के डीएसपी गुरदयाल सिंह का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है। फिलहाल, जीआरपी ने आरपीएफ नरवाना चौकी के पांच कर्मचारियों के खिलाफ हत्या करने की कोशिश, बंधक बनाने और एससी—एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता अभी इस हालत में नहीं है कि उससे पूछताछ की जा कसे। वह अभी पीजीआई रोहतक में दाखिल है। हम मामले में गंभीरता से जांच करा रहे हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
ये है पूरा मामला
दरअसल, 7 जून 2022 को हरियाणा के नरवाना के ढाकल गांव के दलित युवक रवि को आरपीएफ के जवानों फर्जी चोरी और धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरपीएफ के जवान दलित युवक को अदालत के सामने पेश करने के बजाय कोर्ट की इजाजत के बगैर गैर कानूनी तरीके से 10 जून तक हिरासत में रखा। दलित युवक को जीआरपी चौकी नरवाना में हिरासत में रखा गया। 10 जून को जीआरपी चौकी नरवाना में पीड़ित दलित युवक हुक्का में आग बनाते समय पेट्रोल की आग में खुद भी झुलस गया। आरपीएफ नरवाना के जवान उसे अस्पताल में भर्ती कराने के बदले भाखड़ा नहर नरवाना में डालकर मौके से फरार हो गए। ऐसा करते हुए किसी किसी अज्ञात व्यक्ति ने देख लिया। उसी ने दलित युवक रवि को नहर से बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। अब इस मामले में आरोपियों के खिलाफ जांच जारी है।