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राष्ट्रीय

नवाब मलिक ने निकाहनामा जारी कर समीर को बताया जन्मजात मुस्लिम, एचसी में एनसीपी नेता की बोलती बंद करने के लिए पीआईएल

Janjwar Desk
27 Oct 2021 5:30 AM GMT
Nawab Malik Arrested : महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को ED ने किया गिरफ्तार, ये है मामला
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महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को ED ने किया गिरफ्तार

एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने बुधवार को एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर एक और आरोप लगाया है। निकाहनामे का फोटो ट्विटकर उन्होंने वानखेड़े पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया है।

नवाब मलिक VS समीर वानखेड़े। आर्यन ड्रग्स मामले में उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक और एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ आरोप—प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने वानखेड़े को घेरने के लिए एक और आरोप लगाया है। इस बार मलिक ने दावा किया है कि एनसीबी अधिकारी का निकाह 2006 में एक मुस्लिम लड़की से हुआ था। वह जन्मजात मुस्लिम है।

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने आज सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर एक ट्वीट करते हुए लिखा — सात दिसंबर 2006 को रात 8 बजे समीर दाऊद वानखेड़े और शबाना कुरैशी का अंधेरी वेस्ट मुंबई के लोखंड वाला परिसर में निकाह हुआ था। मेहर की रकम 33000 रुपए थी। अपने ट्विट में उन्होंने गवाह नंबर दो अजीज खान समीर दाऊद वानखेड़े की बड़ी बहन यास्मीन दाऊद वानखेड़े का पति था।

मलिक ने मीडिया को बताया कि मैं धर्म के लिए नहीं बल्कि वानखेड़े के फर्जीवाड़ा सामने लाने के लिए यह मामला उठा रहा हूं। मैं, यह साफ कर देना चाहता हूं कि मैं जिस मुद्दे को समीर दाऊद वानखेड़े को उजागर कर रहा हूं, वह उसके धर्म से संबंधित नहीं है। मैं उस फर्जीवाड़े को सामने लाना चाहता हूं जिसके आधार पर उसने आईआरएस की नौकरी पाने के लिए जाति प्रमाण पत्र हासिल किया। ऐसा कर उसने अनुसूचित जाति के एक योग्य उम्मीदवार का हक छीना।

एनसीपी नेता मलिक ने एक दिन पहले एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर दलित का हक छीनकर नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि मैं दावे के साथ एक बार फिर से कह रहा हूं कि वानखेड़े ने नकली बर्थ और कास्ट सर्टिफिकेट लगाकर ही नौकरी पाई। मलिक यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए दोनों पति-पत्नी की का फोटो भी जारी कर दिया है। हालांकि वानखेड़े की पत्नी ने सारे आरोपों को खारिज किया है।

मलिक का मुंह बंद करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका

दूसरी तरफ एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ नवाब मलिक का मुंह बंद करने के लिए मुंबई हाईकोर्ट में एक पीआईएल दायर की गई है। याची ने इसके जरिए हाईकेर्ट से मंत्री नवाब मलिक को एनसीबी के अधिकारियों और जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और उनके परिवार का मनोबल गिराने के लिए किसी भी तरह की टिप्पणी करने से रोकने की अपील की है। यह याचिका अंधरी (ई) निवासी कौसर अली सैय्यद और मौलाना द्वारा दायर किया गया है। इसमें मलिक के ट्वीट का जिक्र करते हुए कहा गया है कि मलिक वानखेड़े और उनकी टीम का मनोबल गिराने के लिए वह तर्कहीन बयान दे रहे हैं। आ रहे हैं। मलिक ने इस बार दावा करते हुए कहा है कि एनसीबी अधिकारी का निकाह वर्ष 2006 में एक मुस्लिम लड़की से हुआ था। नवाब मलिक ने आज सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर ट्वीट करते हुए लिखा कि सात दिसंबर 2006 को रात 8 बजे समीर दाऊद वानखेड़े और शबाना कुरैशी का अंधेरी (पश्चिम) मुंबई के लोखंड वाला परिसर में निकाह हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि मेहर की रकम 33000 रुपये थी। गवाह नंबर 2 अजीज खान समीर दाऊद वानखेड़े की बड़ी बहन यास्मीन दाऊद वानखेड़े का पति था। वहीं लगातार आरोप लगाए जाने के बाद नवाब मलिक के खिलाफ बॉम्बे उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई गई।

मैं धर्म के लिए नहीं बल्कि वानखेड़े के फर्जीवाड़ा के लिए यह मामला उठा रहा हूं: नवाब मलिक

नवाब मलिक इस मामले पर एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि मैं जिस मुद्दे को समीर दाऊद वानखेड़े को उजागर कर रहा हूं, वह उसके धर्म से संबंधित नहीं है। मैं उन कपटपूर्ण साधनों को प्रकाश में लाना चाहता हूं जिनके द्वारा उन्होंने आईआरएस की नौकरी पाने के लिए जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया है और एक योग्य अनुसूचित जाति के व्यक्ति को उसके भविष्य से वंचित किया है।

मंगलवार को भी मलिक ने वानखेड़े पर लगाया था बड़ा आरोप

बता दें कि इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता नवाब मलिक ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर दलित का हक छीनकर नौकरी लेने का बड़ा आरोप लगाया था। मलिक ने कहा था कि मैं दावे के साथ एक बार फिर से कह रहा हूं कि वानखेड़े ने नकली बर्थ और कास्ट सर्टिफिकेट लगाकर ही नौकरी पाई। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति फर्जी कागजातों के आधार पर शेड्यूल कास्ट कैटेगरी में नौकरी हासिल करता है, कहीं न कहीं इससे एक दलित व्यक्ति जो झोंपडी में या स्ट्रीट लाइट के नीचे पढ़ रहा होगा, उसका हक छिनेगा। इतना ही नहीं उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए दोनों पति-पत्नी की फोटो भी जारी कर दिया। हालांकि वानखेड़े की पत्नी ने सारे आरोपों को खारिज किया है।

नवाब मलिक के खिलाफ बॉम्बे उच्च न्यायालय में पीआईएल दायर

उधर, बॉम्बे उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर मंत्री नवाब मलिक को एनसीबी के अधिकारियों और जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और उनके परिवार का मनोबल गिराने के लिए किसी भी तरह की टिप्पणी करने से परहेज करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। यह याचिका अंधेरी (ई) निवासी कौसर अली सैय्यद, एक व्यापारी और मौलाना द्वारा दायर किया गया है। मलिक के ट्वीट का जिक्र करते हुए, जनहित याचिका में कहा गया है कि मलिक वानखेड़े और उनकी टीम का मनोबल गिराने के लिए बयान दे रहे हैं।

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