रामदेव को 'किसी का बाप भी गिरफ्तार नहीं कर सकता' क्योंकि मोदी सरकार का रिमोट कंट्रोल उनके हाथ में
व्यापारी बाबा रामदेव के साथ मोदी अपना राजधर्म पूरा नहीं कर पा रहे.जबकि बाबा सरकार को खुली चुनौती दे रहा है. photo - twitter
जनज्वार, नई दिल्ली। इसमें कोई आश्चर्य नहीं, जो बाबा रामदेव ने गुरुवार 24 अक्टूबर 2013 को मध्य प्रदेश के खंडवा में कहा था। उनका कहा-बोला गया सामने फलीभूत भी तो हो रहा है। किसी देश की ऐसी सरकार जो भला कोई बाबा किस्म का व्यक्ति खुली चुनौती दे रहा है और सरकार बहादुर खामोश है।
गौरतलब है कि रामदेव ने मध्य प्रदेश के खंडवा में एक कार्यक्रम के दौरान बयान दिया था कि नरेन्द्र मोदी प्रधानमन्त्री बनते हैं तो रिमोट कण्ट्रोल उनके पास होगा। बाबा ने कहा सत्य का रिमोट कण्ट्रोल सत्ता पर रहे, और वह हम रखेंगे। यह बात रामदेव ने पत्रकार वार्ता में कही थी। बाबा ने योग शिविर के बहाने अपना राजनीतिक एजेंडा साफ़ करते हुए कहा था कि राजनीति का शुद्धिकरण एक लंबा युद्ध है।
उस दौरान बाबा ने दावा किया था कि आगामी लोकसभा चुनाव तक जनजागरण करने के लिए वे पूरे देश में यात्रा करेंगे और नौ माह तक वे पतंजलि पीठ में नहीं जायेंगे। उन्होंने कहा कि भारत स्वाभिमान संगठन के बेनर तले आगामी चुनावो में बेहतर विकल्प देने की जो योजना बनाई थी उसे अभी त्यागा नहीं है। यह अभी तलाश कर रहे है कि किन दलों या व्यक्तियों को जोड़कर यह संभव हो सकता है।
बाबा का कहना था कि इसके लिए यदि कुछ कड़े फैसले भी लेने पड़े तो वे पीछे नहीं हटेंगे। अरविन्द केजरीवाल से अलग होने के सवाल पर बाबा रामदेव ने सहा- हमने कब उनके साथ फेरे लिए है, फिर कहा हमने उनका साथ कहाँ छोड़ा।
उन्होंने कहा की अन्ना रालेगण सिद्धि में बैठे हैं, उनसे पूछो की क्यों बैठे हैं? हम तो तीन साल से लगे हैं। ये दो साल बुलबुले उठे और बरसात के बाद फूट गए, हम क्या करें। बाबा रामदेव ने कांग्रेस पर सबसे बड़ी सांप्रदायिक पार्टी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये सांप्रदायिक हिंसा रोकने के नाम पर एक ऐसा बिल लाना चाहते है जिससे सबसे ज्यादा उन्माद भड़के।
रामदेव का 2013 की 24 अक्टूबर को बोला गया बयान अब वायरल हो रहा है, क्योंकि डॉक्टरों और मरीजों का मजाक उड़ाने के बाद अपनी गिरप्तारी पर बाबा ने बेहद भड़काउ बयान दिया था। बाबा ने कहा था कि 'किसी का बाप भी उन्हें गिरप्तार नहीं कर सकता' बाबा के इस बयान के बाद सरकार पर चौतरफा सवाल खड़े हो रहे हैं। जिसके बाद 2013 में बाबा का दिया ये बयान भी अब सामने आया है।