Noida Twin Tower Demolished : बारूदी विस्फोट के साथ कुतुब मीनार से भी ऊंचा ट्विन टावर ध्वस्त, आसमान में छाया धूल का गुबार, कई किलोमीटर तक सुनी गई ब्लास्ट की आवाज
Noida Twin Tower Demolished : बारूदी विस्फोट के साथ कुतुब मीनार से भी ऊंचा ट्विन टावर ध्वस्त, आसमान में छाया धूल का गुबार, कई किलोमीटर तक सुनी गई ब्लास्ट की आवाज
Noida Twin Tower Demolished : उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित ऐतिहासिक कुतुब मीनार से भी ऊंचे ट्विन टावर ( Noida Twin tower ) बारूदी विस्फोट के साथ ही जमींदोज हो गया। ट्विन टावर ( Noida Twin tower supertech ) देश में ध्वस्त होने वाली अब तक की सबसे ऊंची इमारत थी। उत्तर प्रदेश ( Uttar pradesh ) के नोएडा ( Noida ) में लगभग 100 मीटर ऊंचे ढांचे को 3700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों की मदद से ध्वस्त कर दिया गया। ट्विन टावरों को 15 सेकेंड से भी कम समय में वाटरफॉल इम्प्लोजन तकनीक से नीचे गिराया गया।
9 सेकंड में जमींदोज हो गया ट्विन टावर
दिल्ली से सटे नोएडा स्थित सुपरटेक द्वारा निर्मित भ्रष्टाचार का गगनचुंबी महला यानि ट्विन टावर बारूदी विस्फोट के बाद आठ सेकंड में जमींदोज हो गया। बारूदी बिस्फोट के बाद कई सौ मीटर तक धूल का गुबार फैल गया। यमुना एक्सप्रेस वे धुएं का गुबार पहुंच गया है और लोगों के अफरातफरी का माहौल छा गया। इस विस्फोट को देखने के लिए पहुंचे लोगों को सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने काफी दूरी पर रोक दिया था। केवल छह लोग ही ट्विन टावर के 100 मीटर के दायरे में मौजूद थे।
यमुना एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक रुका, छतों पर चढ़कर भी लोगों ने नजारे को देखा
ट्विट टावर को बारूदी विस्फोट के साथ ही दिल्ली से आगरा जाने वाले नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे या यमुना एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक पूरी तरह से रुक गया है। स्थानीय लोग ट्विन टावर देखने एक्सप्रेस वे पर पहुंच गए हैं। इतना ही नहीं, भ्रष्टाचार का महल यानि ट्विन टावर धड़ाम होने की घटना को आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों ने अपने घर की छतों पर चढ़कर भी देखा। लोगों ने ट्विन टावर ध्वस्त होने की घटना के बाद धरती में कंपन को भी महसूस किया।
60 हजार टन मलवा फैल गया
ट्विन टावर ( Noida Twin Tower demolished ) को बारुदी विस्फोट से उड़ाने के बाद चारों तरफ भयानक आवाज के बीच करीबल 60 हजार टन मलवा फैल गया। आसमान में दूर-दूर तक ंधूल कणों से अंधेरा छा गया है। नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के मुताबिक करीब 60 हजार टन मलबा दोनों टावर से निकला है। इनमें से करीब 35 हजार टन मलबे का निस्तारण करना ही संभव हो पाएगा।
ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण से खुश हैं याचिकाकर्ता
ट्विन टावर ( Noida Twin tower ) और एमराल्ड कोर्ट आरडब्लूए के अध्यक्ष यूबीएस तेवतिया ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया है कि हमने 2012 में सुपरटेक के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। 10 साल की इस लड़ाई को जीतकर हम बहुत खुश हैं। टिवन टावर के ध्वस्तीकरण से कुछ लोगों को बुरा लगा होगा, लेकिन अदद आवास का सपना पूरा करने के लिए जिंदगी भर की कमाई निवेश करने वाले निवेशक खुश होंगे। आगामी कुछ महीनों में इसका रियल एस्टेट इंडस्ट्री पर असर दिखाई देगा और डेवलपर्स इस घटना से सबक लेंगे। निवेशकों की गाढ़ी कमाई को डुबोने से पहले दस बार सोचेंगे।