Nuh Mahapanchayat News : नूंह में गौरक्षकों ने बंदूकों और तलवारों के साथ लगायी महापंचायत, हथियारों के साथ प्रदर्शन पर प्रशासन ने ये कहा
नूंह में गोरक्षा पर आयोजित महापंचायत में शामिल लोग
Nuh Mahapanchayat News : नूंह पुलिस के गौरक्षकों पर एसयूवी में एक व्यक्ति से जबरदस्ती करने का आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने के ही कुछ दिनों बाद गौरक्षक ने रविवार 08 मई को जिले के सांगेल गांव में एक गौशाला में एक महापंचायत (Nuh Mahapanchayat News) का आयोजन किया। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिस में गो रक्षक एक व्यक्ति के साथ जबरदस्ती करते दिख रहे थै।
महापंचायत (Nuh Mahapanchayat News) पर गोरक्षकों के समूह की ओर से बताया गया कि उन्होंने महापंचायत (Nuh Mahapanchayat News) के लिए सोशल मीडिया पर सूचना दी थी जब राजनेताओं की ओर से कहा गया था कि नूंह में गौरक्षकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उन्होंने राज्य सरकार को इस बात के लिए भी चेताया है कि नूंह में गायों की तस्करी पर अविलंब रोक लगायी जाए।
महापंचायत (Nuh Mahapanchayat News) के दौरान सात मांगें रखी गयी। मंहापंचायत के दौरान निर्णय लिया गया कि वायरल वीडियो मामले की जांच के लिए जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया कि प्रशासन को गौ तस्करी के आरोपितों की संपत्तियों और वाहनों को जब्त कर नीलाम करना चाहिए। इससे मिलने वाली राशि गौशालाओं उपलब्ध करवायी जानी चाहिए। महापंचायत में यह भी मांग रखी गयी कि ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन होना चाहिए।।
इसके अलावा, गौरक्षकों के लिए बंदूक लाइसेंस दिए जाने व गौरक्षकों के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग भी रखी गयी। साथ ही यह भी कहा गया कि अगर इन मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो हम जेल भरो आंदोलन के लिए तैयार हैं। महापंचायत में कहा गया कि हमने एक आंदोलन (Nuh Mahapanchayat News) शुरू किया है और हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक कि गोहत्या पूरी तरह से बंद नहीं हो जाती।
वहीं इस मामले में नूंह के उपायुक्त अजय कुमार ने कहा है कि आयोजकों ने पंचायत करने की अनुमति के लिए आवेदन जिसे शनिवार 07 मई की दोपहर को मंजूर कर लिया गया था। महापंचायत के लिए कुछ शर्तें तय की गयीं थी। उन्होंने कहा कि हमने आयोजकों के साथ बैठक कर उन्हें सूचित किया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखी जानी चाहिए
वहीं महापंचायत में शामिल सोहना के विधायक संजय सिंह ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने इस आंदोलन को पूरा समर्थन दिया है। आज मैं जो भी हूं गौ माता के आशीर्वाद से विधायक हूं और इसलिए मैं यहां आया हूं। यह मेरा कर्तव्य था।
सिंह ने कहा कि पंचायत यह सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की गई थी कि नूंह में गोहत्या न हो। हरियाणा देश का पहला राज्य था जिसने पशु वध पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून बनाया था। जो भी फैसला हो, मेरा समर्थन आपको है। मैं मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री के पास ले जाऊंगा।
वहीं संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के कानूनी वकील कुलभूषण भारद्वाज ने बैठक में कहा कि अगर गौ भक्तों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाती है, तो वे यह सुनिश्चित करेंगे कि मौजूदा नेताओं को सत्ता में वापस आने के लिए वोट ना दिया जाए।
उन्होनें कहा कि आप यह सोच रहे होंगे कि लोग बंदूकें क्यों दिखा रहे हैं। मैं प्रशासन से कहना चाहता हूं कि आज ये गौ भक्त सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराने आए हैं, लेकिन जरूरत पड़ी तो हम इन हथियारों को जंग नहीं लगने देंगे. हम लड़ेंगे।
आपको बता दें कि इस महापंचायत में बजरंग दल और राज्य भर के विहिप सदस्य भी शामिल हुए। महापंचायत (Nuh Mahapanchayat News) के दौरान कुछ लोगों को बंदूक, कई तलवार और कुल्हाड़ी लिए भी देखा गया। हालांकि जिन लोगों के पास बंदूक थे उन लोगों ने दावा किया है कि उनके पास बंदूक के लाइसेंस थे।
वहीं खबरों के अनुसार प्रशासन की ओर से निर्धारित शर्तों में से एक यह भी शर्त थी कि किसी भी हथियार की अनुमति महापंचायत (Nuh Mahapanchayat News) के दौरान नहीं रहेगी। पंचायत में कुछ लोगों के तलवार और बंदूकें ले जाने के बारे में उपायुक्त ने कहा है कि हम इसकी जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे.
वहीं कथित रूप से एक धार्मिक संरचना (Nuh Mahapanchayat News) को तोड़े जाने की रिपोर्ट पर, DC ने कहा है कि एक प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, संरचना एक हिंदू पितृ (मंदिर) है, जो गांव में एक पूर्वज को समर्पित है। बताया गया है कि कुछ लोगों ने इसे क्षतिग्रस्त कर दिया है। इसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया गया है। अभी तक कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। हम इस मामले की जांच करेंगे। वहीं इस मामले में एसपी (नूंह) वरुण सिंगला ने कहा है कि इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है।