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OBC Census: केंद्र के हलफनामे के बाद ओबीसी जनगणना पर संग्राम, लालू यादव बोले-BJP व RSS को पिछड़ों से इतनी नफरत क्यों

Janjwar Desk
24 Sept 2021 7:37 PM IST
OBC Census: केंद्र के हलफनामे के बाद ओबीसी जनगणना पर संग्राम, लालू यादव बोले-BJP व RSS को पिछड़ों से इतनी नफरत क्यों
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(लालू यादव की पार्टी और परिवार में पिछले कुछ महीनों से घमासान मचा हुआ है )

OBC Census: इस खबर के सामने आने के बाद बिहार में जहां विपक्ष आक्रामक हो गया है, वहीं सत्ताधारी और NDA के घटक दल अब भी केंद्र सरकार द्वारा निर्णय पर विचार किए जाने की आस जता रहे हैं..

Caste Census: (जनज्वार)। जातीय जनगणना (Caste Census) की मांग को लेकर बिहार (Bihar) के राजनीतिक दल खासतौर पर मुखर थे। इस बीच केंद्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा देकर कहा गया है कि जाति आधारित जनगणना कराना प्रशासनिक रूप से कठिन और बोझिल काम है। ऐसी जानकारी को जनगणना से बाहर करना एक सचेत नीतिगत निर्णय है।

इस खबर के सामने आने के बाद बिहार में जहां विपक्ष (Opposition Parties) आक्रामक हो गया है, वहीं सत्ताधारी और NDA के घटक दल अब भी केंद्र सरकार द्वारा निर्णय पर विचार किए जाने की आस जता रहे हैं। बता दें कि जातीय जनगणना की मांग को लेकर सीएम नीतीश कुमार(CM Nitish Kumar), नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित अन्य दलों के नेता ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी।

केंद्र के हलफनामे की खबर सामने आने के बाद शुक्रवार को तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) ने कहा कि बिहार विधानसभा में जातीय जनगणना को लेकर दो प्रस्ताव पारित किए गए थे। इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम सभी ने पीएम मोदी (PM Modi) से मुलाकात भी की थी। तेजस्वी ने आगे कहा कि हम महागठबंधन की बैठक में इस पर चर्चा करेंगे। मैं अपने गठबंधन और समान विचारधारा वाले दलों को भी पत्र लिखूंगा।

इससे पहले राजद अध्यक्ष लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) ने जातीय जनगणना को लेकर केन्द्र सरकार के फैसले पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि पता नहीं भाजपा और आरएसएस (BJP and RSS) के लोगों को पिछड़ों और अति पिछड़ों से इतनी नफरत क्यों है? ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। जातीय जनगणना से सभी वर्गों का भला होगा। इससे सबकी वास्तविक स्थिति का पता चलेगा।

शुक्रवार को ट्वीट कर राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा है कि यह कैसी बात है कि देश में सांप-बिच्छू, तोता-मैना, हाथी-घोड़ा, कुत्ता-बिल्ली सहित सभी पशु-पक्षी, पेड़-पौधे गिने जाएंगे लेकिन पिछड़े-अतिपिछड़े (Backwards and most Backwards) वर्गों के इंसानों की गिनती नहीं होगी। केन्द्र सरकार के इस रवैये पर लालू ने आश्चर्य व्यक्त किया है।

उधर, एनडीए के एक और घटक, वीआईपी (VIP) ने जाति आधारित जनगणना को लेकर केंद्र सरकार पर भरोसा व्यक्त किया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि भले ही केंद्र सरकार जाति आधारित जनगणना करवाने पर अभी तक किसी निर्णय पर नहीं पहुंची है, लेकिन जल्द ही पीएम मोदी इस पर विचार कर कोई सकारात्मक निर्णय अवश्य लेंगे।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार सरकार के मत्स्य एवं पशुपालन विभाग के मंत्री मुकेश सहनी, बिहार सरकार में शामिल तथा विपक्षी दलों के शीर्ष नेतागण ने प्रधानमंत्री जी से मुलाकात कर जाति आधारित जनगणना करवाने का आग्रह किया था।

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री जी ने भी इस पर जल्द विचार करने का आश्वासन दिया था। कहा कि केंद्र सरकार अभी तक जाती आधारित जनगणना नही करवाने जैसे किसी निर्णय पर नहीं पहुंची है, इसलिए विकाशील इंसान पार्टी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पर पूरा विश्वास है।"

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