तिहाड़ में अफसर मांग रहे रंगदारी, कैदियों ने लिखा DG व DIG को खत तो खुला मामला
दिल्ली की इसी तिहाड़ की जेल नंबर तीन में बंद हैं अफसरों पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाने वाले तीनो कैदी. file photo - tihar jail
जनज्वार, नई दिल्ली। अभी तक आपने सिर्फ बदमाशों को ही हफ्ता या महीना वसूलते सुना होगा। लेकिन एशिया की अतिसुरछित व सबसे बड़ी जेल कही जाने वाली तिहाड़ में अफसर हफ्ता और महीना वसूल रहे हैं। यहां जेल अधिकारी कैदियों से मोटी रकम लेकर जेल के भीतर वीआईपी ट्रीटमेंट दे रहे हैं।
आरोप तिहाड़ में बंद तीन कैदियों ने लगाया है। मामले में कैदियों ने डीजी तिहाड़ सहित डीआईजी और जेल नंबर-3 के सुपरिटेंड को पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिए तीनो कैदियों ने आरोपी डिप्टी सुपरिटेंड विनय ठाकुर, धर्मेंद्र व हेड वार्डर दिनेश ठाकुर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने का अनुरोध किया है।
शिकायत में कैदियों की तरफ से दावा किया गया है कि 'कैदियों के परिजनो ने अधिकारियों को दी जा रही मोटी रकम की घटना को अपने मोबाईल में कैद कर लिया है। जरूरत पड़ने पर वह इस वीडियो को सुबूत के तौर पर मुहैया करवा सकते हैं। इस बाबत जब जनज्वार ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों से संपर्क किया तो उनने कोई जवाब नहीं दिया।'
तिहाड़ जेल में कैदियों की तरफ से दी गई शिकायत के मुताबिक, अंडरट्रॉयल यानी विचाराधीन कैदी सोनू, सतीश और नवीन पिछले साल की 13 नवंबर को एक मामले में जेल नंबर तीन में बंद हुए थे। जहां तीनो कैदियों को जेल के एसएस-डब्ल्यू वार्ड में रखा गया था। आरोप है कि दो हफ्ते बाद कैदियों को एसएस-डब्ल्यू वार्ड से निकालने के नाम पर डिप्टी सुपरिटेंड विनय ठाकुर, धर्मेंद्र व हेड वार्डर दिनेश ठाकुर ने 5 लाख रूपये ले लिए थे।
जेल के तीनो अधिकारियों ने इसके अलावा भी तीनो कैदियों से प्रति माह 25-25 हजार रूपये देने की बात कही थी। इस बात के 6 महीने बाद मंगलवार 25 मई 2021 के दिन तीनो कैदियों को जेल की ड्योढ़ी में बुलाकर अधिकारियों ने 50 हजार रूपये देने की डिमांड रखी। आरोप है कि इसके बाद रकम ना दिए जाने पर तीनो कैदियों को अधिकारियों की तरफ से धमकी दी जा रही है।
आखिर में अधिकारियों की रंगदारी से आजिज आकर कैदियों ने डीजी तिहाड़, डीआईजी तिहाड़ सहित अन्य अदिकारियों से लिखित शिकायत की है। इसी पत्र में कैदियों द्वारा रकम देते हुए अधिकारियों के वीडियो का भी जिक्र किया गया है। जिसे समय आने पर कैदियों द्वारा सार्वजनिक किया जा सकता है।
बता दें कि तिहाड़ में कई अफसरों और कर्मचारियों पर कैदियों से रंगदारी वसूलने और प्रताड़ित किए जाने के मामले सामने आते रहते हैं। सूत्रों की माने तो डिप्टी सुपरिटेंड विनय ठाकुर जेल के अंदर अपना सिंडिकेट चलाता है। ठाकुर पर इससे पहले भी की गंभीर आरोप लगते रहे हैं। इससे पहले भी तिहाड़ में बंद एक कैदी ने विनय ठाकुर व एएस निश्चल शर्मा पर उसकी रकम हड़प लेने का आरोप लगाया था, जिसके बाद दोनो अधिकारियों का दूसरी जेल ट्रांसफर कर दिया गया था।