Ex-MLA Surendra Sharma: पूर्व विधायक ने 20 लाख में दी थी अपनी ही बेटी की हत्या की सुपारी, गैर जाति में शादी करना लगा था नागवार
Ex-MLA Surendra Sharma: पूर्व विधायक ने 20 लाख में दी थी अपनी ही बेटी की हत्या की सुपारी, गैर जाति में शादी करना लगा था नागवार
Ex-MLA Surendra Sharma: बिहार विधान सभा के सदस्य रहे एक माननीय को अपनी बेटी के गैर जाति में विवाह कर लेना इतना नागवार लगा, कि उसकी हत्या की साजिश रच डाली। एक सुपारी कीलर से अपनी बेटी के जान की कीमत 20 लाख रूपये तय की थी, पर संयोग ठीक रहा कि हत्या करने पहुंचा कुख्यात बदमाश अपने में योजना में सफल नहीं हो सका व पुलिस के बुने जाल मेें फंस गया।
यह मामला है बिहार के सारण जिले के मढ़ौरा के पूर्व विधायक सुरेन्द्र शर्मा का। पूर्व विधायक की बेटी ने अपने से गैर जाति के एक व्यवसायी परिवार में वर्ष 2021 में शादी कर ली। इसके बाद से वह अपने पति के साथ पटना के बोरिंग रोड में रह रही है। 1 जुलाई की देर शाम कुछ बदमाशांें ने उसके हत्या की कोशिश की। लेकिन उसमें सफल नहीं हो सके। यह खबर पुलिस को मिली तो घेराबंदी कर बदमाशों को दबोच ली। जिसकी पहचान पटना के बिहटा के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र निवासी छोटे सरकार और उसके भाई राहुल के रूप में हुई है।
उसकी निशानदेही और बयान पर सुरेन्द्र शर्मा और उसके गुर्गे ज्ञानेश्वर शर्मा सहित कुल चार लोगों गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने एक देशी पिस्टल, 2 देशी कट्टा, 1 मैगजीन, 9 जिन्दा कारतूस, एक बाइक बरामद की है। इन बदमाशों ने अन्य घटनाओं में संलिप्तता की बात स्वीकार करते हुए पूरे घटना का खुलाशा किया। पुलिस ने रविवार को बताया कि सुरेन्द्र शर्मा अपनी बेटी के अंतरजातीय विवाह से नाराज थे। इस कारण उन्होंने उसकी हत्या यानी ऑनर किलिंग का प्लान किया। सुरेन्द्र शर्मा ने छोटे सरकार से सम्पर्क किया जो पहले ही पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के चाचा, भाइयों सहित कुल चार लोगों की हत्या कर चुका है।
मालूम को कि 31 मई को पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में पूर्व विधायक चितरंजन सिंह के दो सगे भाइयों शंभू सिंह गौतम सिंह की हत्या हुई थी। इसके आलावा 26 अप्रैल को चितरंजन सिंह के सगे चाचा अभिराम शर्मा को जहानाबाद में उनके आवास में घुसकर एवं भतीजे दिनेश शर्मा को मसौढ़ी स्थित उनकी दुकान में घुसकर आधे घंटे के अंतराल पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इन चारों हत्याओं की जांच में पुलिस छोटे सरकार तक पहुंची। छोटे सरकार की पहचान चितरंजन सिंह के विरोधी संजय सिंह के करीबी के रूप में है। वर्ष 1992 में चितरंजन और संजय दोनों ही पांडव सेना से जुड़े थे। इनके बीच पिछले कई वर्षों से अदावत चल रही थी। पुलिस के अनुसार संजय ने ही छोटे सरकार की मदद चितरंजन सिंह के चार परिजनों की हत्या कराई थी।
हत्या और रंगदारी के 13 केस दर्ज होने के बाद शूटर छोटे सरकार पुलिस के लिए वांटेड था। यह पहला मौका है, जब यह पुलिस की गिरफ्त में आया है। शर्मा ने बेटी को मारने के लिए इसको ही 20 लाख रुपए दिए थे। बिहटा के रहने वाले लालकिला नाम के शख्स के माध्यम से मिला था। इस बीच पूर्व विधायक और उसके साथ ज्ञानेश्वर को पटना पुलिस ने छपरा के टाउन थाना इलाके में स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया है।
पूर्व विधायक सुरेंद्र शर्मा की बेटी पटना में रहने वाले दूसरी जाति के एक युवक से प्यार करती थी। पिछले साल ही उसने प्रेमी से शादी कर ली थी। पटना के बोरिंग रोड इलाके में वो अपने पति के साथ रह रही है। रविवार को पटना के सिटी एसपी ईस्ट प्रमोद कुमार यादव ने बताया, पूर्व विधायक सुरेंद्र शर्मा की बेटी का बोरिंग रोड में एक व्यावसायिक प्रतिष्ठान है। 1 जुलाई की रात वहीं पर अपराधियों ने उनके ऊपर हमला किया था। उन्हें मारने की कोशिश हुई थी, पर वह सफल नहीं हो पाए। जब पुलिस को जानकारी हुई तो एसके पुरी थाने में केस दर्ज कर छानबीन हुई।
हत्या के बाद तहकीकात करता है शूटर
सरकार के बारे में बताया जाता है कि जब यह हत्या करने जाता है तो अपने टारगेट को पूरा करने के बाद सामने वाले शख्स को आखिरी गोली ये उसकी कनपट्टी पर मारता है। इसके लिए वो पिस्टल का इस्तेमाल करता है। कनपट्टी पर गोली मारने के बाद वो कन्फर्म करता है कि जिसे उसने गोली मारी, उसकी मौत हुई या नहीं। बीच रोड पर पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के दोनों भाइयों की हत्या इसने ऐसे ही की थी। इसी तरह इसने इसी साल 26 अप्रैल को जहानाबाद में चितरंजन शर्मा के चाचा अभिराम शर्मा और मसौढ़ी में उनके भतीजे दिनेश शर्मा की गोली मारकर हत्या की गई थी।
इसी प्रकार 26 मई को तारेगना स्टेशन के पास सुधीर कुमार की हत्या की थी। छोटे सरकार ने पटना के पश्चिमी इलाके नौबतपुर, बिहटा, रानी तालाब थाना क्षेत्रों में आतंक मचा रखा था। पुलिस से बचने के लिए इसने कई बार झारखंड, पश्चिम बंगाल और नेपाल को अपना ठिकाना बनाया। पुलिस ने इसके पास से एक पिस्टल, एक मैगजिन 7 गोली के साथ ही उन कपड़ों को बरामद किया, जिसे पहनकर इसने शंभू और गौतम सिंह की हत्या की थी।
15 साल जेल में रह चुका है पूर्व विधायक
पूर्व विधायक सुरेंद्र शर्मा का सारण जिला में लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। हत्या, रंगदारी, अपहरण, अपहरण के लिए फिरौती और डकैती के कई कांड में पूर्व विधायक का नाम सामने आया है। हत्या के एक मामले में शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसमें आजीवन कारावास की सजा मिली थी। करीब 15 साल जेल में रहने के बाद पूर्व विधायक जेल से बाहर निकले ही थे। सिटी एसपी ईस्ट के अनुसार, छोटे सरकार को यह सुपारी चितरंजन शर्मा के भाइयों की हत्या से पहले मिली थी।