Lakhimpur News : पत्रकार रमन कश्यप की मौत मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की गाड़ी से कुचलकर - परिजनों का दावा, बैठे धरने पर
जनज्वार। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में बीते रविवार की शाम हुई हिंसा में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना में लखीमपुर के एक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप की भी मौत हो गई है। पहले रमन लापता बताए जा रहे थे, लेकिन सोमवार को उनका शव लखीमपुर के एक मुर्दाघर में मिला। शव की पहचान रमन कश्यप के पिता रामदुलारे ने कर ली है। रमन के परिजनों ने इसे हत्या बताते हुए, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू पर हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि रमन घटना स्थल पर रिपोर्टिंग करने गए थे, जहाँ उनके ऊपर गाड़ी चढ़ा कर हत्या कर दी गई।
पूरी घटना 3 अक्टूबर की शाम को घटित हुई थी, जिसमें निघासन क्षेत्र के रहने वाले रमन कश्यप की भी मौत हो गई। मरने वाले रमन के परिवार में पिता, पत्नी और दो छोट-छोटे बच्चे हैं, जिसकी सुध लेने वाला अब इस दुनिया में कोई नहीं है। जो पिता सोमवार की दोपहर तक अपने बेटे को लापता समझ रहा था, उसे बीते रात यह सूचना मिलती है कि उसका बेटा इस दुनिया में नहीं रहा। मीडिया से बात करते हुए रमन के परिजनों ने यह आरोप लगाया कि उनके हाथ में पहले गोली लगी और फिर किसानों के साथ उन्हें भी गाड़ी से कुचल दिया गया। साथ ही परिवार का यह दावा है कि रमन की मौत केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की गाड़ी से कुचलकर हुई है।
रमन कश्यप के परिवार वालों की यह मांग है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को जल्द से जल्द हत्या के मामले में गिरफ्तार किया जाए। साथ ही परिजनों ने सरकार से 1 करोड़ मुआवजा और पत्नी की सरकारी नौकरी की मांग की है। मौजूदा वक्त में रमन के परिजन अपनी मांगों को लेकर निघासन चौराहे पर धरने पर बैठें हैं।
बता दें कि यह घटना यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के कार्यक्रम के दौरान घटित हुई थी। केशव प्रसाद रविवार को लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के गांव बनवीरपुर जा रहे थे। जहाँ उनके काफिले को रुकना था वहाँ किसान सुबह से ही काले झण्डे दिखा रहे थे। जिसके कारण भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच जमकर बहस होती है। इसी बीच अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) काफिले के साथ घटना स्थल पर पहुँचते हैं, उसी दौरान रास्ते में आशीष मिश्रा और उनके साथ चल रही एक गाड़ी को किसानों ने रोक लिया। आशीष ने ड्राइवर से गाड़ी तेज करने को कहा और गाड़ी के सामने किसान खड़े थे। आरोप है कि आशीष की गाड़ी किसानों को रौंदते हुए घटना स्थल से गुजरती है, जिसमें 1 पत्रकार सहित 9 लोगों की मौत हो गई है।